मऊ. यूपी सरकार कम्युनिटी किचन खोलने का निर्देश दिया है ताकि कोई भूखे पेट न सोए और सबकी मदद की जा सके। लेकिन कुछ लोग इस पहल का फायदा वाहवाही लूटने में कर रहे हैं।
मामला मऊ जिले की मधुबन तहसील का है। जहां बिना कम्युनिटी किचन स्थापित किये ही पिछले साल की फोटो डालकर बता दिया गया कि किचन शुरू हो गया। सरकार के निर्देश के बावजूद सामुदायिक रसोईघर स्थापित किये बगैर ही जिला प्रशासन की वेबसाइट पर पुरानी फोटो अपलोड कर दी गई। फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हर तरफ इस होशियारी पर सवाल उठने लगे।
जानकारी के मुताबिक बीते 10 मई को जिले के पेज पर कम्युनिटी किचन की एक फोटो अपलोड करते हुए दावा किया गया कि इस किचन से जरूरतमंदों को भोजन का पैकेट दिया जा रहा है। फोटो अपलोड होने के थोड़ी देर बाद ही यह वायरल हो गई और इसे पुराना बताया जाने लगा।
कई युजर्स ने दावा किया कि कम्युनिटी किचन का जो फोटो डाला गया वो पिछले वर्ष का है। आरोप लगा कि अफसरों को खुश करने के लिये मातहतों ने होशियारी से काम लिया। एक बड़े चैलन में कार्य कर रहे पत्रकार विभव शुक्ला ने इस मामले में तहसीलदार राहुल गुप्ता से बात की तो उनका जवाब था की कोई तस्वीर पुरानी नहीं है। लेकिन मामले सामने आने के बाद इसकी जांच की जा रही है। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।