नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। शराब बिक्री की छूट पर दुकानों पर उमड़ी लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन सख्त हो गया है। शराब खरीदने वालों की उंगली पर स्याही लगाई जा रही है। खरीदारों का नाम-पता लिखकर उन्हें शराब दी जा रही है। शराब खरीदने वालों की उंगली पर स्याही लगाने का मामला मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में सामने आया है। प्रशासन ने कहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में आगे जरूरत पड़े तो लोगों की पहचान आसानी से हो सके। जिला आबकारी अधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया कि कोरोना वायरस से जंग जीती जा सके इसलिए लोगों का नाम-पता नोट करने के अलावा उनकी उंगलियों पर स्याही लगाई जा रही है।
MP: Indelible ink is being applied to index finger of buyers coming to purchase liquor,in Hoshangabad dist.Excise officer Hoshangabad,Abhishek Tiwari says "It's being done to trace people in near future if needed. Register with their details is also being maintained on all shops" pic.twitter.com/WjoS7W5GYf
— ANI (@ANI) May 8, 2020
बता दें कि तकरीबन डेढ़ महीने बाद जब शराब की दुकानें खुलीं तो भारी संख्या में लोगों की भीड़ दुकानों पर पहुंच गई। इस दौरान ज्यादातर जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देशों को दरकिनार कर दिया गया। एक-एक किलोमीटर लंबी लाइन और धक्का-मुक्की के माहौल से प्रशासन और पुलिस विभाग हलकान रहे। आबकारी विभाग सहित पुलिस प्रशासन ने शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोले बनवाए, उसका भी असर देखने को नहीं मिल रहा था। इसके बाद खबरों ने जोर पकड़ा था कि लोगों की उंगलियों पर स्याही लगाकर उन्हें शराब दी जाएगी, लेकिन इसकी पुष्टि किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने नहीं की थी।
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में स्याही लगाकर शराब देने के बाद लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। अभी यह भी साफ नहीं हो सका है कि इस जिले की तरह अन्य जगहों पर भी स्याही लगाकर शराब दी जाएगी या नहीं। होशंगाबाद में शराब लेने आये व्यक्तियों के नाम रजिस्टर में नोट किये जा रहे थे और उनके उंगलियों में चुनाव के समय प्रयोग की जाने वाली स्याही भी लगाई जा रही थी। प्रशासन के इस कदम से लोगों के मन में डर पैदा हो गया है कि भविष्य में उनकी डिटेल्स का हवाला देकर उन्हें सरकार की ओर से दी जा रही जरूरी सुविधाओं से अलग न कर दिया जाए।