गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. हालांकि, अंसारी के परिवार का कहना है कि मुख्तार की हत्या की गई है. उन्हें ‘धीमा जहर’ का शिकार बनाया गया है.
शुक्रवार को पोस्टमार्टम करने वाले पांच डॉक्टरों के पैनल को मुख्तार अंसारी के हार्ट में 1.9 x1.5 सेमी का एक येलो एरिया मिला, जो संभावित थक्का था. पोस्टमार्टम में बताया गया कि मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. मुख्तार के हार्ट में खून के थक्के जमने के स्पष्ट संकेत थे.
जेल दस्तावेज़ के अनुसार, गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी हार्ट डिजीज और अन्य बीमारियों से पीड़ित थे. वे डिप्रेशन, स्किन एलर्जी और डायबिटीज से भी जूझ रहे थे. हत्या के दोषी मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में हाई सिक्योरिटी वाली कोठरी में बेहोश पाया गया था. उन्हें रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
21 मार्च को मुख्तार के वकील ने कोर्ट में दी थी ये शिकायत
21 मार्च को अंसारी के वकील ने बाराबंकी कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी कि 19 मार्च को उन्हें जहर दिया गया था. वकील की शिकायत के करीब 1 हफ्ते बाद यानी 28 मार्च को हार्ट अटैक से मुख्तार की मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए मुख्तार के परिजन का कहना है कि उनकी हत्या की गई है.
अफजाल बोले- समय आने पर देंगे पुख्ता सबूत
मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने शनिवार को कहा कि उनके भाई की हत्या कर दी गयी. उनकी हत्या कर विरोधियों ने उन्हें रास्ते से हटा दिया. अफजाल ने कहा कि समय आने पर हम इस बात का पुख्ता सबूत देंगे कि उन्हें जहर देकर मारा गया है. कुछ अपराधियों को बचाने के लिए पूरी सरकार और उसकी मशीनरी ने बहुत बड़ी साजिश रची है. ये शर्म की बात है.
अफजाल ने दावा किया कि मुख्तार अंसारी ने उनसे 5 मिनट की मुलाकात के दौरान कहा था कि उन्हें जहर दिया गया है. हमें सुबह 3 बजे संदेश मिला कि मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर है. जब हम अस्पताल पहुंचे तो हमें बड़ी मुश्किल से सिर्फ 5 मिनट के लिए मिलने की इजाजत दी गई.
अफजाल बोले- 5 मिनट की मुलाकात में मुख्तार ने किया था ये दावा
अफजाल के मुताबिक, 5 मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें जहर दिया गया है और इसकी वजह से वे बेहोश हो गए थे. उन्होंने कहा कि मुख्तार बेहद दर्द में थे. उन्होंने कहा कि वे (मुख्तार) जेल में ही बेहोश हो गए थे और उन्हें उसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अफजाल के दावों के विपरीत, अस्पताल की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, अंसारी को गुरुवार रात करीब 8:25 बजे अस्पताल लाया गया. मरने से पहले 9 डॉक्टरों की एक टीम ने उनका इलाज किया. मुख्तार की मौत के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बांदा ने जांच के आदेश दिए. मुख्तार की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच 3 सदस्यीय टीम करेगी.
भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में पिछले साल मुख्तार अंसारी को दोषी ठहराया गया था और 10 साल जेल की सजा सुनाई गई थी. इसके अलावा, 1990 में हथियार लाइसेंस प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेजों के उपयोग से संबंधित एक मामले में उन्हें 13 मार्च, 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.