वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने केंद्र सरकार का वह प्रस्ताव ठुकरा दिया है, जिसमें उनके सामने देश का अगला अटॉर्नी जनरल (एजी) बनने के लिए कहा गया था। सोमवार (6 सितंबर, 2022) को उन्होंने न्यूज एजेंसी ‘PTI-भाषा’ को बताया- मैंने भारत के अगले अटॉर्नी जनरल बनने के केंद्र के ऑफर को अस्वीकार कर दिया है। निर्णय के पीछे कोई अहम वजह नहीं है।
इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्होंने धन्यवाद कह कर इस प्रताव को ठुकराया। दरअसल,निवर्तमान अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल (91) का कार्यकाल 30 सितंबर को पूर्ण हो जाएगा। ऐसे में केंद्र ने वेणुगोपाल की जगह लेने के लिए इस माह के प्रारंभ में रोहतगी के सामने यह ऑफर रखा था।
#Breaking: Senior Advocate #MukulRohatgi declines the offer of the Central Government to become the next Attorney General of India. pic.twitter.com/XWvHZWPpNw
— Live Law (@LiveLawIndia) September 25, 2022
रोहतगी जून 2014 से जून 2017 तक अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं । उनके पश्चात वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । उन्हें 29 जून को देश के इस शीर्ष विधि अफसर के पद के लिए फिर तीन माह लिए नियुक्त किया गया था। केंद्रीय कानून मंत्रालय के अफसरों ने बताया कि वेणुगोपाल ‘व्यक्तिगत कारणों’ से अपनी अनिच्छा जताई थी, परंतु 30 सितंबर तक पद पर बने रहने के सरकार के अनुरोध को उन्होंने स्वीकार किया था।