नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने उच्चतम न्यायालय में आरोप लगाया कि कांग्रेस का एक कार्यकर्ता उनके और परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के एक पुराने मामले को उठाने की कोशिश कर रहा है, ताकि मौजूदा आम चुनाव के दौरान उनकी छवि धूमिल की जा सके।
यादव ने 25 मार्च को जारी हुए नोटिस के जवाब में दायर हलफनामे में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने बाह्य कारणों से नई याचिका दायर की है और उनका मकसद ठीक चुनाव और 2019 के आम चुनावों की पूर्व संध्या पर दुर्भावनापूर्ण कारणों से राजनीतिक बढ़त हासिल करने की है।
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चतुर्वेदी ने अपनी याचिका में तीन सपा नेताओं- यादव और उनके दो बेटों, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश और प्रतीक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई को यह निर्देश देने की मांग की थी कि वह या तो उच्चतम न्यायालय या फिर मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष स्थिति रिपोर्ट दायर करे। हलफनामे में दावा किया गया कि याचिका प्रमाणिक नहीं है और बाह्य कारणों से दायर की गई है और इसका उद्देश्य यादव और उनके परिवार की छवि को धूमिल करना है खासतौर पर तब जब याचिकाकर्ता यह जानता है कि प्रतिवादी आगामी आम चुनाव में भाग लेगा।
इसमें कहा गया है कि याचिकाकर्ता राजनीतिक विरोधियों से जुड़े हैं और वह खुद भी पूर्व में चुनाव लड़कर हार चुके हैं। यादव ने कहा कि उनके और परिवार के खिलाफ याचिका 2005 में दायर की गई थी और सीबीआई तथा आयकर अधिकारियों को कुछ गड़बड़ नहीं मिली थी।