लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी कुनबे की लड़ाई में हर दिन नया रंग देखने को मिल रहा है. शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे अखिलेश यादव के बीच जंग में सपा संरक्षक मुलायम सिंह को लेकर खींचतान मची हुई है. दोनों ही पक्ष मुलायम को अपने साथ बता रहे हैं और ये दिखाने का कोई मौका नहीं चूक रहे कि नेताजी उनके साथ हैं. अखिलेश पिता मुलायम सिंह को अपने मंच पर लाने में कामयाब रहे.शिवपाल सिंह यादव अब भी कह रहे हैं कि उन्हें मुलायम का आशीर्वाद हासिल है लेकिन उनके समर्थक पशोपेश में हैं.
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इसकी झलक इटावा में लगे शिवपाल के सेक्युलर मोर्चा के होर्डिंग्स में दिखी. इन होर्डिंग्स से समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर गायब थी. नेताजी को होर्डिंग्स में जगह ना मिलने की खबर वायरल होने के बाद शिवपाल खेमा डैमेज कंट्रोल करता दिख रहा है. ये संदेश ना चला जाए कि शिवपाल ने नेताजी से पूरी तरह किनारा कर लिया है इसलिए होर्डिंग्स में मुलायम सिंह की तस्वीरें वापस लगाने की कवायद की गई.
होर्डिग्स में फिट की गईं नेताजी की तस्वीर
इटावा में जिन होर्डिग्स में सुबह तक मुलायम नदारद थे वहां पर कुछ ही घंटों में तस्वीर बदली हुई दिखी. अब शिवपाल के होर्डिग्स में मुलायम को जगह दे दी गई है. गलती छिपाने के लिए शिवपाल के समर्थक पहले से लगे होर्डिग्स में मुलायम की तस्वीर फिट करते दिखे. होर्डिग्स में मुलायम की तस्वीरें इस तरह से लगाई गईं जिससे ये महसूस ना हो कि पहले क्या चूक हुई थी. हालांकि ये सारी कवायद सिर्फ रस्म अदायगी भर नजर आई क्योंकि पहले जिन होर्डिंग्स में मुलायम की तस्वीर सबसे बड़ी होती थीं वहीं अब उन्हें नाम मात्र की जगह दी गई.
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क्या था पूरा मामला ?
दरअसल शिवपाल सिंह हर साल गांधी जयंती यात्रा कार्यक्रम का आयोजन करते हैं. आठवीं बार दो अक्टूबर को आयोजित होनेवाली गांधी जयंती यात्रा कार्यक्रम के होर्डिग्स में इस बार मुलायम की तस्वीरें नहीं थीं. पहले के बैनरों, पोस्टरों और होर्डिंग्स में मुलायम सिंह यादव का फोटो सबसे बड़ा होता था, लेकिन इस बार होर्डिंग में सेक्युलर मोर्चे के संयोजक शिवपाल सिंह यादव की तस्वीर सबसे बड़ी है. इस होर्डिंग में शिवपाल सिंह के अलावा छोटे कार्यकर्ताओं तक के फोटो शामिल थे लेकिन मुलायम समेत समाजवादी परिवार का कोई सदस्य इसमें नहीं दिख रहा था.
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होर्डिंग्स की तस्वीरें वायरल होने के बाद शिवपाल खेमा हरकत में आया और मुलायम की तस्वीरें लगाई गईं. हालांकि तब तक सियासी गलियारों में ये संदेश चला गया था कि शिवपाल के समर्थक अखिलेश के साथ मंच साझा करने के मुलायम के फैसले से कितने नाराज हैं.
अखिलेश के साथ मुलायम की मौजूदगी खटकी
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी की ओर से आयोजित साइकल न्याय यात्रा के खत्म होने के मौके पर अखिलेश यादव के साथ मुलायम की मंच पर मौजूदगी के बाद सेक्युलर मोर्चे ने यह कदम उठाया. इस कार्यक्रम में समाजवादी परिवार के राजनीति में सक्रिय सभी लोग मौजूद रहे. इसमें रामगोपाल यादव, सांसद धर्मेन्द्र यादव और सांसद तेजप्रताप सिंह पूरी मुस्तैदी से डटे रहे.