लखनऊ: कुछ दिनों पहले अखिलेश के साथ मंच साझा करने वाले मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर नया दांव लगाया है. इस बार उन्होंने अपने छोटे भाई और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ मंच साझा किया. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर लखनऊ के लोहिया ट्रस्ट में शिवपाल और मुलायम एक साथ पहुंचे. मुलायम गुरुवार को समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे लेकिन आज समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के कार्यक्रम में पहुंचे. सेक्युलर मोर्चे के गठन के बाद यह पहला मौका था जब दोनों भाई एक मंच पर दिखे.
गलत काम का विरोध हो- मुलायम
शिवपाल सिंह यादव ने डॉ.राम मनोहर लोहिया की पुण्य तिथि पर लोहिया ट्रस्ट में कार्यक्रम का आयोजन किया था. कार्यक्रम में शिवपाल सिंह के साथ जब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पहुंचे तो वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि गलत काम का विरोध होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर भाई भी अपने छोटे भाई के साथ अन्याय करे तो उसका विरोध करो. मुलायम ने कहा कि यह लोहिया जी की विचारधारा थी और मैं भी इससे सहमत हूं. उन्होंने कहा कि अन्याय कहीं भी हो, परिवार में हो, गांव में हो, शहर में हो, विरोध करना चाहिये. लोहिया जी ने भी हमेशा न्याय का साथ दिया और हर जगह पर अन्याय का विरोध किया.
नेताजी का आशीर्वाद हमेशा रहेगा- शिवपाल
इस दौरान मीडिया से बातचीत में सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल यादव काफी खुश दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि नेता जी का साथ हमेशा रहा है और आगे भी रहेगा. उन्होंने कहा कि हम तो राजनीति में नेताजी के आदर्श पर चलते हैं. नेताजी हमारे साथ हैं तो हम लोग डॉ. लोहिया के आदर्शों पर चलते हुए क्रांति लाएंगे. हम तो देश और प्रदेश में परिवर्तन लाएंगे. शिवपाल ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में सेक्युलर मोर्चा जनता का विश्वास जीतने का काम करेगा. उन्होंने दावा किया कि 2019 में हमारे समर्थन के बिना किसी पार्टी की सरकार नहीं बनेगी.
मुलायम के रुख से बढ़ी सियासी सरगर्मी
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के डॉ. राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचने पर राजनीतिक सरगर्मी फिर तेज हो गई है. मुलायम दिल्ली में समाजवादी पार्टी के एक कार्यक्रम में तो अखिलेश के साथ दिखे लेकिन लखनऊ में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम से दूर रहे. लखनऊ में रहने के बाद भी वह समाजवादी पार्टी के उस कार्यक्रम में नहीं गए थे, जिसमें भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा पहुंचे थे. इस कार्यक्रम का आयोजन जयप्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश यादव ने किया था.