लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 के संबंध होने से पूर्व ही सपा नेता मुलायम सिंह यादव के बयान ने पूरी राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। सभी नेता मुलायम सिंह के बयान का अपने अपने ढंग से अर्थ निकाल रहे हैं। हम आपको बता दें कि सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिर से प्रधानमंत्री बनने की सार्वजनिक कामना की है। उनके इस बयान से समूचे देश की राजनीति गरमा गई है।
लेकिन ठीक इसके विपरीत भाजपा को राहत मिली है क्योंकि जब से उत्तर प्रदेश में सपा बसपा का गठबंधन और कांग्रेस में प्रियंका गांधी के चुनावी कमान संभालने की बातें हुई है। भाजपा खुद के लिए चुनावी मैदान में अपने आप को असहज महसूस करने लग गई थी। लेकिन अब तो मुलायम के इस बयान से भाजपा के राज्यों में और मजबूती आ गई है। जिसका फायदा वह चुनावी मैदान में अपने विपक्षी दलों पर करेगी। क्योंकि अब जब भी कभी विपक्ष पर भाजपा हमला करेगी वह उन्हें इसी बयान की याद दिलाएगी।
16वीं लोकसभा के समापन पर आए मुलायम सिंह के इस बयान से जहां सत्ता पक्ष ताली पीट रहा था। वहीं विपक्ष दल माथा पकड़े बैठा था। यह बात तो खुले तौर पर कड़वे सच की तरह है कि उनके इस बयान ने विपक्षी दल के रातों को कमजोर कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के लिए उनके इस बयान ने संजीवनी बूटी का काम किया है।
मुलायम सिंह के इस बयान से राजनेताओं की अटकलें लगना शुरू हो गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में अपने अपने मुताबिक इस बयान को समझ कर टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस का बयान आया है कि हो सकता है सपा किसी और मोर्चे पर काम कर रही है सपा के सांसद ने इसे एक बड़े व्यक्ति का आशीर्वाद बताया है और किसी भी राजनीतिक चाल नहीं होने को खारिज किया है।
ठीक इसी के विपरीत बयान को समझने में क्षण भर की देरी किए बिना भाजपा ने कहा कि सपा ने सच्चाई जाहिर की है और इस बात को विपक्ष को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और ना हवा देते हुए भाजपा के एक नेता ने यह भी साफ कह दिया कि कोई इस बात का अर्थ यह ना लगाई कि भाजपा और सपा में कोई नजदीकी है।