Narendra Singh Tomar:दिल्ली और उससे सटे शहरों में बढ़ते पॉल्यूशन के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रदेशों के रवैये को जिम्मेदार करार दिया है। तोमर ने कहा कि पराली की परेशानी से छुटकारा पाने के बजाए इस पर सियासत की जा रही है। इसके लिए जब अन्न दाताओं को जिम्मेदार बताया जाता है तो लगता है कि मुझे गालियां दी जा रही हैं।
तोमर ने कहा कि प्रश्न पराली के सही मैनेजमेंट का है। धान और चावल हमारी अवशक्ताएं है। हम इसकी खेती पर लगाम नही लगा सकते। इसकी खेती होगी तो पराली भी निकलेगी । मंथन इस पर होनी चाहिए कि इसका प्रबंधन कैसे हो। इसके प्रबंधन का भी उपाय है। प्रदेश सरकार अगर संकल्पित हो जाए तो इस समस्या का हल निकाला जा सकता है।केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि पॉल्यूशन की समस्या हर वर्ष आती है। हर बार पराली जलने को इसकी वजह बताया जाता है।
आज पूसा परिसर नई दिल्ली में "धान की पराली प्रबंधन में पूसा डीकंपोज़र के उपयोग" पर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान तथा नर्चर फार्म एवं यूनाइटेड फॉस्फोरस लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला एवं किसान परिचर्चा में भाग लिया।@AgriGoI @icarindia pic.twitter.com/DHpiAizoDi
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) November 4, 2022
प्रश्न यह है कि जब धान की खेती होगी तो पराली भी निकलेगी। ऐसे में पराली को सियासी मुद्दा बनाने के बदले हमें उचित प्रबंधन पर चर्चा करने और आगे बढ़ने की आवश्कता है। पराली अगर परेशानी है तो इसे खुले मन से स्वीकार कीजिए और उचित प्रबंधन की व्यवस्था कीजिए।
धान की पराली प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला… https://t.co/vZVanryJEW
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) November 4, 2022