ब्रसेल्स: नार्थ अटलांटिक ट्रिटी आर्गनाइजेशन (NATO) ने सोमवार यानी आज नॉर्थ वेस्ट यूरोप में अपना सालाना परमाणु अभ्यास (Annual Nuclear Exercise) प्रारंभ किया. इसकी रणनीति काफी वक्त से बनाई जा रही थी. NATO की यह एक्सरसाइज ऐसे वक्त पर हो रही है जब यूक्रेन-रूस संघर्ष (Ukraine-Russia war) के बीच रसिया राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin)ने धमकी दी है कि रूस अपनी जमीन की रक्षा के लिए किसी भी उपकरण का इस्तेमाल कर सकते है
NATO के 30 मेंबर कंट्री में से 14 इस एक्सासाइज में हिस्सा ले रहे हैं.मिलिट्री एलायस NATO ने कहा कि इस एक्सासाइज में लड़ाकू जेट और निगरानी और ईंधन भरने वाले विमानों समेत तकरीबन 60 विमान हिस्सा लेंगे. मुख्य अभ्यास रूस के बार्डर से कम से कम 1,000 किलोमीटर (625 मील) दूर होगा. लंबी दूरी तक आक्रमण करने में सक्षम अमेरिकी लड़ाकू विमान बी-52 को भी इस मिलिट्री एक्सासाइज में शामिल किया जाएगा.
इस एक्सासाइज को स्टीडफास्ट नून नाम दिया गया है, जो 30 अक्टूबर तक चलेगा. NATO ने इस अभ्यास से मीडिया को दूर रखा है. आर्गनाइजेशन ने कहा कि ट्रेनिंग फ्लाइट्स बेल्जियम, उत्तरी सागर और ब्रिटेन के ऊपर होंगी. इस वर्ष के एक्सासाइज को बेल्जियम होस्ट कर रहा है. एक्सासाइज में, परमाणु गोला बारूद ले जाने में सक्षम फाइटर जेट को भी शामिल किया गया है, परंतु उनमें बम नहीं होंगे. इस एक्सासाइज की रणनीति फरवरी में रसिया द्वारा यूक्रेन पर हमले के पहले बनाई गई थी