शारदीय नवरात्रि में कन्याओं के पूजन का खास महत्व है। नवरात्रि महापर्व के अष्टमी और नवमी तिथि को 9 कन्याओं का पूरे विधि विधान से पूजन किया जाता है और उन्हें हलवा-पूड़ी या खीर-पूड़ी का भोग लगाया जाता है। मान्यताओं के मुताबिक इस दिन ऐसा करने से मां शारदा प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीष देती हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह भी बताया गया है कि शुभ घड़ी में कन्या पूजन करने से और कुछ विशेष नियमों का पालन करने से मां विंध्यवासिनी के भक्तों को विशेष फल मिलता है।
हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक लोग अष्टमी या नवमी तिथि के दिन अपनी सुविधा के मुताबिक कन्या पूजन कर सकते हैं। इस साल अष्टमी तिथि 3 अक्टूबर 2022, सोमवार और नवमी तिथि 4 अक्टूबर 2022, मंगलवार के दिन को पड़ रही है।
देवी पूजन 2022 अष्टमी मुहूर्त
अभिजीत बेला- दोपहर 12:04 से दोपहर 12:51 तक
विजय बेला – दोपहर 02:27 से दोपहर 03:14 तक
कन्याओं का पूजन करते समय इस मंत्र का उच्चारण करें ,माता रानी की असीम कृपा होगी
* या देवी सर्वभूतेषु ‘कन्या ‘ रूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।