काठमांडू: भारतीय अधिकारियों द्वारा सुरक्षा संबंधी चिंता जताए जाने के पश्चात नेपाल तीसरे देशों के यात्रियों को कुर्था-जयनगर रेल मार्ग से इंडिया आने की इजाजत नहीं देगा। ये जानकारी रेल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, विभाग के महानिदेशक दीपक कुमार भट्टराई ने कहा, सीमा पार रेलवे संचालन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया को आखिरी रूप देते वक्त इस पर सहमति बनी थी।
SPA एक दस्तावेज है जो रेलवे सेवा के संचालन के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं की रूपरेखा निर्धारित करता है।
नेपाल और भारत ने बीते माह नई दिल्ली में SPA पर हस्ताक्षर किए थे।
भट्टराई के मुताबिक, नेपाल और भारत एक सीमा शेयर करते हैं। इंडिया को हमेशा से ही इस बात पर संदेह रहा है कि अपराधियों और आतंकवादियों द्वारा सीमा का प्रयोग भारत को क्षति पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। दोनों पक्ष बीते कई वर्षों में सीमा पार अपराधों से पीड़ित हैं।
भट्टाराई के मुताबिक, नेपाल सीमा बिंदु पर सुरक्षा स्वीकृति सुनिश्चित करने के लिए भारत को यात्रियों के बारे में भी जानकारी देगा। उन्होंने कहा, जारी किए गए टिकट के आधार पर हमें भारत आने वाले यात्रियों का ब्योरा भेजना होगा।
हालांकि SPA को आखिरी रूप दे दिया गया। यह साफ नहीं है कि नेपाल सरकार के साथ रेलवे सेवा फिर से कब प्रारम्भ होगी और अभी तक रेलवे सेवा पर एक कानून पेश नहीं किया गया है और नेपाल रेलवे कंपनी ने अभी तक सेवा संचालित करने के लिए कर्मचारियों को नियुक्त नहीं किया है।