निर्भया गैंगरेप और मर्डर के दोषियों के पास सभी विकल्प खत्म हो चुके हैं लेकिन सिर्फ पवन के पास ही क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका दाखिल दाखिल करने का विकल्प बचा है। लेकिन इसी बीच चारों दोषियों में से एक विनय शर्मा ने सोमवार को जेल की दीवार पर सर पटककर खुद को घायल करने की कोशिश की थी। जिसके बाद उसे मामूली चोटें आई हैं। जेल अथॉरिटीज के अनुसार निर्भया के दोषियों पर वॉर्डन इंचार्ज की कड़ी नजर रहती है, फिर भी विनय खुद को चोट पहुंचाने में सफल हो गया। हालांकि वॉर्डन ने उसे रोका, लेकि नतब तक वह घायल हो चुका था। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छोड़ दिया गया।
जेल अथॉरिटीज ने कहा कि निर्भया के दोषियों पर वॉर्डन इन-चार्ज की कड़ी नजर रहती है, फिर भी विनय खुद को चोट पहुंचाने में सफल हो गया। हालांकि, वॉर्डन ने उसे रोका, लेकिन तब तक वह घायल हो चुका था। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे छोड़ दिया गया।
पटियाला कोर्ट की तरफ से तीसरी बार डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया के दोषियों को व्यवहार आक्रामक हो गया है। उन्हे अब मामूली बातों पर गुस्सा आ जाता है। लेकिन जेल अधिकारी उन पर पूरी नजर रख रहे हैं।
दरअसल दोषी विनय के सारे कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने विनय शर्मा की याचिका को खारिज कर उसके फांसी का रास्ता साफ कर दिया है, जिसमें राष्ट्रपति द्वारा उसकी दया याचिका की अस्वीकृति को चुनौती दी गई थी। गौरतलब है कि बीते दिनों फांसी से बचने के लिए दोषी विनय ने नया हथकंडा आजमाते हुए भूख हड़ताल पर बैठ गया था। हालांकि, कोर्ट ने तिहाड़ जेल के प्रशासन को कानून के अनुसार विनय का ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं।