(उत्तर प्रदेश): निर्भया मामले में न्याय की लड़ाई लड़ने वाली और हाथरस रेप और मर्डर पीड़िता का मामला लड़ने वाली अधिवक्ता सीमा समृद्धि अब मनीष गुप्ता मर्डर मामले की पैरवी करेंगी।
बीते माह गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की छापेमारी के दौरान व्यवसायी मनीष गुप्ता की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी और इस केस में 6 पुलिस वालों को गिरफ्तार किया गया है।
सीमा ने कहा कि वह बिना कोई शुल्क लिए मनीष गुप्ता का मुकदमा लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि मृतक मनीष की पत्नी ने उनसे सहयोग की गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा कि वह केस को दिल्ली स्थानांतरित करने का प्रयास करेंगी क्योंकि UP पुलिस के जवान इस केस में शामिल हैं।
इस बीच, मारे गए मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार की सिफारिश के बाद भी अभी तक CBI ने जांच प्रारम्भ नहीं की है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, अब मैं सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की तैयारी कर रही हूं। मैं CBI की लखनऊ यूनिट से जांच नहीं करवाना चाहती हूं। याचिका में मैं CBI की दिल्ली यूनिट से जांच कराने की मांग करूंगी।
मीनाक्षी ने यह भी कहा कि उन्हें SIT से कोई शिकायत नहीं है जो इस समय केस की जांच कर रही है।
उन्होंने कहा, SIT अपना कार्य कर रही है परन्तु गोरखपुर पुलिस तथ्यों को समाप्त करने पर आमादा है। अगर अहम सबूत नष्ट कर दिए जाते हैं, तो यह केस कमजोर हो जाएगा और आरोपी पुलिसकर्मियों को उनके पापों के लिए सज़ा नहीं मिल पायेगी , जैसा कि उन्हें होना चाहिए।
प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ पहले ही परिवार को आर्थिक सहयोग दे चुके हैं और मीनाक्षी गुप्ता को कानपुर विकास प्राधिकरण में OSD की नौकरी दे चुके हैं।