78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तिरंगा फहराया. इस दौरान उन्होंने जनता को भी संबोधित किया. नीतीश ने कहा कि बिहार उच्च विकास दर और विकास के साथ आगे बढ़ रहा है. आने वाले सालों में यह समावेशी विकास के साथ आगे बढ़ेगा. इससे पहले, हमने 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन अब हमारी सरकार ने 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं को 12 लाख सरकारी नौकरियां देने का नया लक्ष्य तय किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘अपनी ‘सात निश्चय भाग -2′ योजना के तहत, राज्य सरकार ने 10 लाख नौकरियां प्रदान करने और 10 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने का लक्ष्य तय किया. यह योजना 2020 में शुरू की गई थी और लगभग 5.16 लाख लोगों को पहले ही सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं यह योजना और 2 लाख और सरकारी नौकरियां प्रदान करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.’
’10 लाख और रोजगार के अवसर पैदा होंगे’
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने 10 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के अपने लक्ष्य को भी पार कर लिया है, जिसमें से 24 लाख से ज्यादा अवसर पहले ही स्थापित हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगले साल तक 10 लाख और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. सीएम ने उनके साथ सत्ता साझा करते हुए रोजगार उपलब्ध कराने का श्रेय लेने के लिए विपक्षी नेताओं की आलोचना की.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘आजकल कुछ लोग बयान देते रहते हैं कि कोई भर्ती नहीं होती थी और वे भर्ती करने लगे थे, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि 10 लाख नौकरियां देने की पहल मेरी थी और हम इस पर काम कर रहे हैं. बिहार के लिए केंद्र की तरफ से हाल ही में घोषित विशेष पैकेज पर आगे, कुमार ने कहा, ‘मैंने लगातार बिहार के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा या विशेष पैकेज के बारे में बात की है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने एक विशेष पैकेज की घोषणा की है. सड़क निर्माण, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन आदि क्षेत्रों में कई विकासात्मक और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए हम मोदी जी के आभारी हैं.’