नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट्स का नया चेयरमैन बनाया जा सकता है। वे इस पद के लिए सबसे आगे हैं, लेकिन मेहली मिस्त्री भी इस रेस में शामिल हैं। मेहली मिस्त्री दिवंगत रतन टाटा के करीबी सहयोगी रहे हैं। टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनने वाला व्यक्ति ही टाटा साम्राज्य का मुखिया बनेगा। आज मुंबई में इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है।
किसे मिलेगी टाटा की कमान?
अगर नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन की जिम्मेदारी मिलती है, तो संभावना है कि मेहली मिस्त्री को स्थायी ट्रस्टी बनाया जाए। मेहली मिस्त्री मेहर पलोनजी ग्रुप के डायरेक्टर हैं और वे उस कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं, जो टाटा ट्रस्ट्स के कामकाज की निगरानी करती है। हाल के वर्षों में नोएल टाटा की भूमिका ट्रस्ट में बढ़ी है, और वे फिलहाल सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं।
मेहली मिस्त्री का योगदान
मेहली मिस्त्री, रतन टाटा के करीबी सहयोगी रहे हैं और 2000 से ट्रस्ट के कामकाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे सायरस मिस्त्री के चचेरे भाई हैं, जिन्होंने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन के रूप में काम किया। जब सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने का मुद्दा उठा, तब मेहली ने रतन टाटा का समर्थन किया। अक्टूबर 2022 में, उन्हें दो प्रमुख टाटा ट्रस्ट, सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल किया गया था। इन ट्रस्टों की टाटा संस में 52 प्रतिशत हिस्सेदारी है।