दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। पूरा इलाका गैस चैम्बर में तब्दील हो चुका है। इस खतरनाक एयर क्वालिटी इंडेस्क्स(AQI) पर CM योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसके लिए दिल्ली से सटे राज्य पंजाब और हरियाणा को जिम्मेदार बताया है।
दरअसल, दिल्ली जाते समय गाजियाबाद में प्लेन से उतरे CM योगी की आंखों में जलन होने लगी थी। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस बात का जिक्र किया और आंखों में जलन का कारण धुंध को बताया। उन्होंने आगे कहा, “ सैटेलाइट इमेज में साफ दिख रहा है कि पूरा पंजाब और उत्तर हरियाणा ‘लाल’ हो गया है।
सीएम योगी ने अपनी बात रखते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले ही पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत 5-6 राज्यों को नोटिस जारी किया। मैं लखनऊ से दिल्ली की यात्रा में जब गाजियाबाद में फ्लाइट से उतरा को मेरी आंखों में जलन होने लगी। नासा के सैटेलाइट इमेज की जांच से यह पता चला कि पूरा पंजाब और हरियाणा का उत्तरी भाग ‘लाल’ दिखाई दे रहा था। इन राज्यों में पराली जलाने की वजह से ही वायु की गुणवत्ता का यह हाल है।”
ग्रेटर नोएडा की एयर क्वालिटी इंडेस्क्स(AQI) 494 तक पहुंच चुका है, जिसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ‘गंभीर’ स्थिति के रूप में बताया है। वहीं, पश्चिमी यूपी के दो और शहरों, नोएडा और गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता में ‘गंभीर’ गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि उनका AQI क्रमशः 440 और 410 तक पहुंच गया। इसी प्रकार यूपी के पांच शहरों में ‘बहुत खराब’ और 3 में ‘खराब’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई। बागपत में AQI 394, मेरठ में 387, हापुड में 386, खुर्जा में 336, बुलंदशहर में 325, मुजफ्फरनगर में 254, वृंदावन में 237 और झांसी में 202 है।
आपको बता दें कि शून्य और 50 के बीच AQI स्तर को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101- 200 को ‘मध्यम’, 201- 300 को ‘खराब’, 301- 400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।