उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विमानों का ट्रायल शुरू हो गया है। आज सुबह इंडिगो एयरलाइन्स का पहला विमान जेवर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। इस ऐतिहासिक पल का स्वागत वॉटर कैनन से किया गया, जो इस एयरपोर्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। पहली लैंडिंग के बाद अब यह एयरपोर्ट पूरी तरह से कमर्शियल सेवाओं के लिए तैयार हो गया है।
सुरक्षा जांच के बाद मिली मंजूरी
जेवर एयरपोर्ट पर विमान की लैंडिंग को लेकर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी सुरक्षा जांच पूरी की और इसे लैंडिंग की मंजूरी दी। इस ट्रायल के सफल होने के बाद, अब इस एयरपोर्ट को व्यावसायिक उड़ानों के लिए खोला जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने जताई खुशी, कहा- आज का दिन ऐतिहासिक
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है और उन्होंने इस प्रोजेक्ट की सफलता के लिए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में देश में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई है और जेवर एयरपोर्ट इसके महत्वपूर्ण उदाहरणों में से एक है। मंत्री ने यह भी कहा कि इस एयरपोर्ट के बनने से नोएडा और जेवर इलाके में भारी विकास होगा और यहां बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
आगे की प्रक्रिया और लॉन्च की तारीख
आज लैंड करने वाली इंडिगो की फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ी थी और लगभग 10 मिनट में जेवर एयरपोर्ट पहुंच गई। इस फ्लाइट में कोई यात्री नहीं थे, सिर्फ पायलट और चालक दल के सदस्य थे। हालांकि, यह ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा और अब इसे अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों के लिए खोला जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट का रनवे, स्विट्जरलैंड के सहयोग से तैयार
जेवर एयरपोर्ट का रनवे लगभग 3.9 किलोमीटर लंबा है और इसे स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से डिजाइन और निर्मित किया गया है। एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ स्नेलमैन ने बताया कि अगर यह ट्रायल सफल रहता है, तो अब किसी और परीक्षण की आवश्यकता नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है, और इसके साथ ही राज्य में अब कुल पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2021 को इस एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। जेवर एयरपोर्ट, दिल्ली-एनसीआर का तीसरा कमर्शियल एयरपोर्ट होगा, जो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और हिंडन एयरपोर्ट के बाद बनेगा।
आगे क्या होगा?
यह एयरपोर्ट न केवल जेवर, बल्कि पूरे नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक विकास की नई राह खोलेगा। जहां एक ओर यह क्षेत्रीय विकास में योगदान करेगा, वहीं दूसरी ओर यहां रोजगार के हजारों अवसर भी उत्पन्न होंगे। मंत्री ने कहा कि यह एयरपोर्ट क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देगा, जिससे यह क्षेत्र और भी समृद्ध होगा।