राजस्थान के मुख्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पाठ्यक्रम से नोटबंदी को हटाने का फैसला किया है. बीजेपी सरकार ने 2017 में नोटबंदी लागू की थी, लेकिन एक असफल प्रयोग था. इसी वजह से राज्य की कांग्रेस सरकार ने किताबों से नोटबंदी के पाठ को हटा दिया है.
पाठ्यक्रम से नोटबंदी हटाने की वजह
प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के तीन उद्देश्य बताये, जिसमें आतंक का अंत, भ्रष्टाचार समाप्त और काला धन वापसी की बात शामिल थी. इनमें से कुछ भी नहीं हुआ. बल्कि लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
डोटासरा ने कहा कि इसके साथ ही कक्षा आठ की अंग्रेजी की किताब से महिलाओं के जौहर को दर्शाने वाली तस्वीर को भी हटा दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘हमने यह महसूस किया कि सही नहीं है कि आज की महिलाएं ऐसी किताब पढ़ें, जिसमें महिलाओं की तस्वीरें हो जो कि आत्मदाह कर रही हों. आखिर हम इससे क्या सिखा रहे हैं?’
इसके साथ ही राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने वीर सावरकर की जीवनी वाले हिस्से में भी बदलाव करने का ऐलान किया है. सावरकर को महान देशभक्त और महान क्रांतिकारी बताया गया था लेकिन अब कांग्रेस शासन में नए सिरे से तैयार पाठ्यक्रम में उन्हें वीर की जगह जेल की यातनाओं से परेशान होकर ब्रिटिश सरकार से दया मांगने वाला बताया गया है. इसके साथ ही नए तथ्य भी जोड़े गए हैं.