पद्म पुरस्कारों की तरह केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार में भी सिफारिशों का चलन खत्म कर दिया है। सरकार ने इस पुरस्कार के आवेदन नियमों में बदलाव कर दिया है। इसके तहत शिक्षकों को सिफारिश नहीं, बल्कि काबिलियत के दम पर आवेदन भेजना था।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
इस बार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर देशभर से 45 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। पिछले वर्ष 319 शिक्षकों को यह पुरस्कार मिला था। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, वर्ष 1958 के बाद यह पहला मौका होगा, जब केवल 45 शिक्षकों को उनके योगदान के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार दिया जाएगा।
यह पुरस्कार उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू देंगे। उन्होंने बताया कि ज्यूरी ने विभिन्न मानकों पर परखते हुए पुरस्कार के लिए 45 शिक्षकों का चयन किया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सतर्कता विभाग को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2017 के दौरान शिकायत मिली थी।
इसमें पीड़ित ने आरोप लगाया था कि शिक्षा विभाग अवार्ड के लिए चहेतों के नामों की सिफारिश करता है। यहां सिफारिश काम आती है, काबिलियत नहीं।
शिक्षा सचिव की जांच में शिकायत सही निकली। इसीलिए केंद्र ने नियमों में बदलाव कर सिफारिश को समाप्त कर दिया।