अब बंदी नंबर 4328 के रूप में महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि की नई पहचान !
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के केस में केंद्रीय जेल नैनी की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद आनंद गिरि की कारागार मे अब नयी पहचान बंदी नंबर 4328 हो गई है। कारागार में उनके सभी कागजात और पर्चियों पर यही नंबर चलने लगा हैं। इसके साथ ही हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को 4329 नंबर यूटी मिला है। और उसके पुत्र संदीप तिवारी को 4352 नंबर दिया गया है। गौरतलब कि इन दोनों बाप-बेटे को CBI ने पूछताछ के पश्चात नैनी जेल भेज दिया था।
बताया जा रहा है कि कारागार की बैरक में बंद आनंद गिरि सुबह-सुबह योगा करता हैं। इसके साथ ही लग्जरी लाइफ जीने वाले आनंद गिरि को जेल के बाहर का खाना अब मुहैया नहीं है। उन्हें जेल में ही बना दाल, रोटी और सब्जी परोसा जाता है। जेल में आनंद गिरि की सुरक्षा और निगरानी की प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किये गए हैं।
आपको बता दे कि अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु के मामले में आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि पर कई इल्जाम लगाए थे। जिसके पश्चात उत्तर प्रदेश पुलिस ने हरिद्वार से आनंद गिरि को धर दबोचा था।