नई दिल्ली। कोरोना महामारी की वजह से लगाये गये लॉक डाउन का साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं। ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली उबर ने 600 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। इससे पहले प्रतिस्पर्धी कंपनी ओला ने 1400 कर्मचारियों की कटौती की बात कही थी। लॉकडाउन की चलते दशे में आवाजाही पूरी तरह से बंद थी। रेल,बस व टैक्सी सभी प्रतिबंधित थे। तकरीबन दो महीने के बाद चौथे लॉकडाउन में कुछ ढील दी गई हैं। इस दौरान कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
उबर इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप परमेश्वरण ने जानकारी देते हुये कहा कि अमेरिकी कंपनी उबर टेक्नोलॉजीज इंक की भारतीय शाखा में 600 नौकरियों में कटौती होगी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। जिसके चलते ये फैसला लाना पड़ा। परमेश्वरण ने कहा कि बीते दिनों अमेरिका की कंपनी उबर ने दुनियाभर में 3700 कर्मचारियों के छंटनी की बात कही थी। भारत में छंटनी भी उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।
टीवीएस करेगी वेतन में कटौती
यही नहीं दुपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी टीवीएस की भी हालत लॉकडाउन ने खराब कर दी है। कंपनी ने छह महीने तक कर्मचारियों के वेतन में 20 फीसदी की कटौती का एलान किया है। कंपनी ने इस साल मई से अक्टूबर तक शुरुआती स्तर के कर्मचारियों को छोड़कर एग्जिक्यूटिव लेवल पर वेतन कटौती का फैसला किया है। टीवीएस मोटर कंपनी के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि ‘‘अप्रत्याशित संकट के मद्देनजर कंपनी ने छह महीने (मई से अक्टूबर, 2020) के लिए अलग अलग लेवल पर वेतन में अस्थायी कटौती का एलान किया है।’’ प्रवक्ता के मुताबिक श्रमिक स्तर पर काम करने वालों के वेतन में कोई कटौती नहीं होगी। गौरतलब है कि टीवीएस देश की तीसरी सबसे बड़ी दुपहिया निर्माता कंपनी है।