नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुक्रवार को अबूधाबी पहुंच गई हैं. यहां वो इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगी. OIC के विदेश मंत्रियों की इस बैठक में भारत को बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर बुलाया गया है. इस बीच पाकिस्तान भी अब इस कार्यक्रम में शिरकत करने को तैयार हो गया है. पहले पाकिस्तान इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहता था, क्योंकि भारत भी इस कार्यक्रम का हिस्सा था.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत की इस्लामी मुल्कों के साथ जुड़ाव को पहचानते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वाज अबूधाबी पहुंची हैं. उन्हें यूएई के विदेश मंत्री एचएच शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने OIC के सम्मेलन में बतौर ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में आमंत्रित किया था.
57 सदस्यीय निकाय के विदेश मंत्रियों की परिषद के दो दिवसीय पर सुषमा स्वराज 46वें सत्र को संबोधित करेंगी. यहां वह आतंकवाद के मुद्दे को उठा सकती हैं. दरअसल, स्वराज पाकिस्तान की आपत्तियों के बावजूद ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में भाग हिस्सा लेंगी और OIC के सदस्य देशों के साथ भारत के लंबे और ऐतिहासिक संबंधों को बताएंगी. यह सम्मेलन भारत यूएई के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर काफी महत्वपूर्ण मानता है.
सम्मेलन में पाकिस्तान भी करेगा शिरकत
पाकिस्तान ने OIC के महासचिव यूसेफ बिन अहमद अल-ओथाइमेन को एक पत्र लिखकर सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी दी थी. लेकिन अब पाकिस्तान ने कहा है कि अब OIC का संस्थापक सदस्य है लिहाजा इस कार्यक्रम में शिरकत करेगा और पाकिस्तान का पक्ष रखेंगे.
क्राउन प्रिंस ने दोनों देशों के प्रधानमंत्री से की बात
स्वराज के अबूधाबी पहुंचे से पहले अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान से बातचीत की थी और दोनों देशों से तनाव को कम करने की अपील की थी. बता दें, पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में मंगलवार को भारतीय वायु सेना की एयस्ट्राइक ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया था.