नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु के मामले में हाल ही में एक बयान दिया है, जिससे बीजेपी नेताओं में नाराजगी फैल गई है। अब्दुल्ला ने अफजल गुरु की फांसी को गलत ठहराते हुए कहा कि उसकी मौत से कोई उद्देश्य पूरा नहीं हुआ। उनके इस बयान पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और सुप्रीम कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने की अपील की है।
मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि उमर अब्दुल्ला का यह बयान सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देने जैसा है। तिवारी ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी इसलिए दी गई क्योंकि उसने संसद पर हमला करने की योजना बनाई थी और कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। तिवारी ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि वह इस मुद्दे पर ध्यान दें, क्योंकि उमर अब्दुल्ला और उनकी पार्टी ने सीएम पद भी संभाला है और अब इस तरह के बयान दे रहे हैं।
उधर, उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में यह भी कहा कि वह मौत की सजा में विश्वास नहीं रखते, क्योंकि इससे न्याय प्रणाली पर सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 को लेकर अपनी विचारधारा पर कायम है और इसे लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि जब पार्टी सत्ता में नहीं थी, तब किसी को नहीं लगता था कि वे अनुच्छेद 370 और राम मंदिर पर कुछ कर सकेंगे, लेकिन अब समय बदल चुका है और काफी चीजें बदल गई हैं।