महागठबंधन के सहयोगी दल नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने नए बयान से बड़ा विवाद खड़ा हो सकता है। कश्मीर के बांदीपुरा में आयोजित एक जनसभा में उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि बाकी रियासत बिना शर्त देश में मिलें, लेकिन हमने कहा कि हमारी अपनी पहचान होगी, अपना संविधान होगा। हम उस वक्त अपने सदर-ए-रियासत और वजीर-ए-आज़म भी रखा था। इंशाअल्लाह उसको भी हम वापस ले आएंगे।
#WATCH Omar Abdullah in Bandipora says, "Baaki riyasat bina shart ke desh mein mile, par humne kaha ki humari apni pehchan hogi, apna constitution hoga. Humne uss waqt apne 'Sadar-e-Riyasat' aur 'Wazir-e-Azam' bhi rakha tha, Inshallah usko bhi hum wapas le aayenge." pic.twitter.com/mPPoELKT8G
— ANI (@ANI) April 1, 2019
उमर अब्दुल्ला के बयान पर पीएम का पलटवार
तेलंगाना के सिकंदराबाद में आयोजित जनरैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस के एक बड़े सहयोगी दल, महागठबंधन के सूत्रधारों में से एक, महागठबंधन के सबसे तगड़े साथी नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला साहब ने बयान दिया है कि कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए। कांग्रेस के साथी पार्टी की ये मांग आपको मंजूर है क्या?’