Iraq: इराक की राजधानी बगदाद में कर्फ्यू लगा हुआ है और इराक में हिंसा की बयार बह रही है. इस मध्य पूर्वी देश में हालात हर क्षण बेकाबू हो रहा है. इराक सम्भवत: उन कुछ गिने-चुने देशों में शामिल है जो लगातार हिंसा का शिकार हो रहे हैं. तकरीबन 60 सालों से इराक भयंकर रक्तपात का शिकार हो रहा है.
किसी न किसी वजह से इस देश में अस्थिरता बनी रही और उसे कभी भी स्वयं को स्थिर करने का अवसर प्राप्त नही हुआ. हाल की घटनाओं से बहुत मालूम होता है कि इस देश के दो बहुसंख्यक शिया सशस्त्र संगठनों के बीच का टकराव देश को एक नए गृहयुद्ध की ओर प्रेरित कर रहा है
मौजूदा संकट अचानक नहीं आया. इसकी शुरुवात अक्टूबर 2021 के इराकी संसदीय चुनावों के तुरंत पश्चात ही शुरू हुई थी, जब सत्ता काबिज के लिए दो बहुसंख्यक शिया संगठनों को एक-दूसरे के विरुद्ध उतार दिया गया था. एक का कंट्रोल मुक्तदा अल-सद्र द्वारा किया गया था, जिसको बहुसंख्यक शिया समूह का समर्थन प्राप्त था और दूसरा समूह जो कि पूर्व पीएम नूरी-ए-मलिकी के कंट्रोल में था जिसे ईरान का पूराना समर्थन प्राप्त था