लखनऊ। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है। इससे ठीक पहले राम मंदिर पर हमले की साजिश रचे जाने का यूपीएटीएस ने खुलासा किया है। हिंदी अखबार दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक यूपीएटीएस ने झांसी से जिबरान मकरानी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है।
एक्स पर एक पोस्ट में जिबरान ने लिखा था कि एक भी मस्जिद नहीं छोड़ेंगे। अगर हमसे जबरदस्ती मस्जिद छीनी गई, तो अंजाम भुगतने को तैयार रहना। बाबरी मस्जिद भी हमारी है और हमारी ही रहेगी। अखबार की खबर बताती है कि जिबरान ने झांसी के बिसाती बाजार मस्जिद से हाफिज की पढ़ाई की है। बता दें कि पहले भी अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि परिसर पर आतंकी हमला हो चुका है।
एक्स पर पोस्ट देखे जाने के बाद यूपीएटीएस की झांसी फील्ड इकाई ने जिबरान मकरानी से पूछताछ की। जिबरान ने माना कि बाबरी मस्जिद का बदला लेने के लिए मुसलमानों को भड़काने की खातिर उसने पोस्ट किया था। जिबरान चाहता था कि जैसे बाबर के जमाने में मंदिर को तोड़ा गया, वैसे ही मुस्लिम समुदाय के लोग राम मंदिर को फिर तोड़ दें।
खबर के मुताबिक जिबरान के मोबाइल में बाबरी ध्वंस, इजरायल पर आतंकी हमले और गैरकानूनी घोषित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई से जुड़े तमाम पोस्ट के स्क्रीनशॉट मिले हैं। उसने माना है कि वो भड़काऊ पोस्ट का प्रसार करता रहा है।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले यूपीएटीएस हर तरह के हमले को नाकाम करने में जुटी है। इसी कड़ी में जिबरान की गिरफ्तारी के अलावा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में संदिग्ध आतंकियों के गुट की छानबीन भी हो रही है। खबर के मुताबिक यूपीएटीएस ने औरंगाबाद में 11 युवकों के ठिकानों पर छापा मारा और उनके मोबाइल फोन जब्त किए।
इन सभी युवकों को पूछताछ के लिए लखनऊ तलब किया गया है। यूपीएटीएस को इन युवकों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी कि वे अयोध्या और यूपी में कई जगह आतंकी घटनाएं कर सकते हैं। एक सोशल मीडिया पोस्ट भी एटीएस को मिली। उसमें लिखा था कि जिहाद मेरे खून में है। मुसलमानों को जगाना होगा। कुर्बानी से नहीं डरेंगे। बदले की चाहत है वगैरा…वगैरा।