जब अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष टूरिस्ट की जान गई, तो पूरा देश सदमे और गुस्से में था। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के आधिकारिक दौरे पर थे, लेकिन उन्होंने वहीं से बड़ा फैसला ले लिया—अबकी बार चुप नहीं बैठेंगे। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी ने उसी वक्त पाकिस्तान को जवाब देने की रणनीति तय कर ली थी।
सऊदी अरब में ही बना था जवाबी कार्रवाई का खाका
जैसे ही पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, पीएम मोदी ने विदेश यात्रा बीच में छोड़कर तुरंत देश वापसी की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने भारत लौटने से पहले ही जवाबी स्ट्राइक का रोडमैप सऊदी में ही तैयार कर लिया था। उनका इरादा साफ था—इस बार जवाब ऐसा हो कि पाकिस्तान ही नहीं, पूरी दुनिया समझ जाए कि भारत आतंक के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।
45 से ज्यादा टॉप सीक्रेट मीटिंग्स, एक्शन का पूरा प्लान बना
सूत्र बताते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के लॉन्च से पहले दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों और सैन्य नेतृत्व के साथ 45 से भी अधिक गुप्त बैठकें हुईं। इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), तीनों सेनाओं के प्रमुख, RAW और IB के निदेशक शामिल थे। इन बैठकों के लिए राजधानी में एक सीनियर अधिकारी के घर को वॉर रूम में तब्दील कर दिया गया था। यहीं से ऑपरेशन की हर गतिविधि की रियल-टाइम निगरानी की जा रही थी, और पीएम मोदी को हर अपडेट तुरंत दिया जा रहा था।
इंटेलिजेंस अलर्ट और पीएम का दो टूक जवाब
इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत की स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से हवाई हमले की आशंका जताई गई थी। इस पर पीएम मोदी ने सख्त निर्देश दिए कि पाकिस्तान के रणनीतिक एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी रखी जाए, ताकि दुश्मन को स्पष्ट संदेश मिले कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
ऑपरेशन सिंदूर में जब भारत ने आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया
6-7 मई की रात भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। इस मिशन में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया और जवाबी हमला करने की नाकाम कोशिश भी की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी।
PM मोदी ने जवानों से कहा – ‘भारत माता की जय से दुश्मन कांपते हैं’
ऑपरेशन के कुछ दिन बाद पीएम मोदी पंजाब स्थित आदमपुर एयरबेस पहुंचे, जहां उन्होंने मिशन में शामिल जवानों से मुलाकात की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “जब हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर छिना गया, तो हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर कुचल दिया। आज दुनिया ने भारत माता की जय की गूंज सुनी है। दुश्मनों के होश उड़ गए हैं, क्योंकि उन्होंने हिंद की सेना को ललकारा था।”
बदलते भारत का बदलता अंदाज़
पहलगाम हमले के बाद जिस तेजी और निर्णायकता से भारत ने जवाबी कार्रवाई की, वह बताता है कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ ‘कूटनीति’ से ज्यादा ‘कार्रवाई’ में भरोसा करता है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं था, बल्कि एक कड़ा संदेश था कि भारत अब हर हमले का जवाब दो गुना ताकत से देगा।