भारत और पाकिस्तान के बीच कभी न खत्म होने वाला तनाव हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है। हालांकि, इन दिनों स्थिति कुछ शांत दिख रही है, लेकिन भारतीय सेना का आत्मविश्वास और तत्परता अभी भी अपनी उच्चतम सीमा पर है। हाल ही में हुए “ऑपरेशन सिंदूर” ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना दुश्मन को एक कदम पीछे धकेलने में कभी भी संकोच नहीं करती। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान को गहरा नुकसान हुआ, जहां भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया और 9 आतंकवादी ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
DGMO ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी डीजीएमओ (सैन्य अभियान महानिदेशक) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी, जहां इस ऑपरेशन की रणनीति और सफलता के बारे में विस्तार से बताया गया। दिलचस्प बात यह रही कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में “शिव तांडव” की धुन बजाई गई, जो भारतीय सेना की शक्ति और संकल्प का प्रतीक है।
1. 100 से ज्यादा आतंकवादी ढेर, 9 आतंकवादी ठिकाने नष्ट
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादियों और उनके ठिकानों को नष्ट करना था, और इस मिशन में सफलता भी मिली। ऑपरेशन की शुरुआत पहलगाम में एक बड़े आतंकी हमले के बाद की गई थी, जहां 9 आतंकी ठिकानों की जानकारी प्राप्त हुई थी। इन ठिकानों पर छापे मारकर 100 से अधिक आतंकवादियों को मारा गया, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ, और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई वैल्यू टारगेट भी शामिल थे। इन आतंकवादियों का जुड़ाव कई बड़े हमलों से था, जैसे IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमला। इस दौरान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पंजाब प्रांत में स्थित आतंकवादी कैंपों को निशाना बनाया गया।
2. पाकिस्तान की बुरी कोशिशें, भारतीय एयर डिफेंस ने नाकाम किया
पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात को अपनी ओर से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए भारतीय ठिकानों पर ड्रोन हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान ने भारतीय एयर फील्ड को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु रक्षा व्यवस्था ने उसे नष्ट कर दिया। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के लगभग 35-40 सैनिक मारे गए।
3. हॉटलाइन के जरिए पाकिस्तान से बातचीत की कोशिश
10 मई की सुबह पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हॉटलाइन पर भारतीय डीजीएमओ से बातचीत का प्रस्ताव भेजा। दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर चर्चा के लिए बैठक तय की गई थी, लेकिन कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने समझौते का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने निर्णायक कार्रवाई की।
4. पाकिस्तानी आर्मी की घुसपैठ की कोशिशें नाकाम
डीजीएमओ ने यह भी बताया कि पाकिस्तान की आर्मी ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसे नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने अपनी तैयारी और रणनीति से यह साबित कर दिया कि पाकिस्तान की हर घुसपैठ की कोशिश विफल होगी।
5. भारतीय वायु सेना का सटीक हमला
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने मुरीदके और बहावलपुर स्थित आतंकी ट्रेनिंग कैंपों पर सटीक और प्रिसिजन स्ट्राइक की। इन हमलों का उद्देश्य आतंकवादियों की ट्रेनिंग प्रक्रिया को खत्म करना था। 7-8 मई को पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने के बाद, भारतीय वायु सेना ने उनके एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को भी निशाना बनाया।
6. पाकिस्तान के ड्रोन हमले, भारतीय सेना का मुंहतोड़ जवाब
8-9 मई की रात पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में ड्रोन भेजे, जिनका उद्देश्य भारतीय सिविलियनों को निशाना बनाना था। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस ने इन हमलों को विफल कर दिया और पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को करारा जवाब दिया। भारतीय सेना की सटीक कार्रवाई, वायु सेना की प्रिसिजन स्ट्राइक, और नौसेना की ताकत ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब बात सुरक्षा की हो, तो भारत कभी भी पीछे नहीं हटेगा।
7. पाकिस्तानी एयरबेस और एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला
भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस, कमांड सेंटर और एयर डिफेंस सिस्टम पर पूरे बॉर्डर में सटीक हमले किए। इस हमले से पाकिस्तान को यह संदेश भेजा गया कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति में आतंकवादियों को पनाह देने नहीं देगी।
8. भारतीय नौसेना का अलर्ट और प्रभावी कार्रवाई
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि पहलागाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय नौसेना ने समुद्र में अपनी ताकत बढ़ाई। पाकिस्तानी नौसेना को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने के लिए मजबूर किया गया, और वह अपने हार्बर तक ही सीमित रह गए। यह स्थिति भारतीय नौसेना की ऑपरेशनल तैयारी का स्पष्ट उदाहरण थी।
9. भारतीय सेना की रणनीति: आतंकियों के खिलाफ जंग
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने यह स्पष्ट किया कि भारतीय सेना का उद्देश्य कभी भी पाकिस्तान की सेना से जंग नहीं था। उनका मुख्य लक्ष्य आतंकवादियों के खिलाफ था, और ऑपरेशन सिंदूर में यह उद्देश्य पूरा हुआ। ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। इस ऑपरेशन के जरिए भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ी जीत हासिल की और पाकिस्तान को यह समझाया कि उसकी हर नापाक हरकत का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देगी।