पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ कड़े एक्शन की तैयारी चल रही है। इस बीच दिल्ली में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई। (Pahalgam Terror Attack) जिसमें सभी विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे। सर्वदलीय बैठक की शुरुआत में दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई। बैठक के बाद विपक्षी दलों की ओर से कहा गया कि इस मामले में वह सरकार के हर कदम में साथ हैं। आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए।
‘सरकार के हर कदम में साथ रहेगा विपक्ष’
पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। सर्वदलीय बैठक में सबसे पहले दो मिनट मौन पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से इस मामले में अब तक उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार को कहा कि वह इस मामले में सख्त एक्शन लें, सभी दल सरकार के हर कदम में साथ हैं। वहीं कुछ नेताओं ने सुरक्षा में चूक का मामला भी उठाया।
बैसरन मैदान में CRPF क्यों नहीं थी?’
सर्वदलीय बैठक में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि CRPF को बैसरन मैदान में तैनात क्यों नहीं किया गया? त्वरित प्रतिक्रिया दल को पहुंचने में समय क्यों लगा? असद्दुदीन औवेसी ने धर्म पूछकर गोली मारने का भी जिक्र किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक औवेसी ने कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर उनकी हत्या की, मैं इसकी निंदा करता हूं। असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि सिंधु जल समझौते को हमने निलंबित कर दिया, यह अच्छी बात है। मगर हम पानी कहां रखेंगे? औवेसी ने यह भी कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, इस मामले में केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।
‘सरकार को कार्रवाई के लिए पूरा समर्थन’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि सभी ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की है। विपक्ष ने सरकार को कोई भी कार्रवाई करने के लिए पूरा समर्थन दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी दलों ने हमले की निंदा की है। जम्मू कश्मीर में शांति बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए।