26/11 को हुए ताज होटल हमले पर पाकिस्तान की अदालत में एक बार फिर से सुनवाई को आगे बढ़ा दिया गया. पाकिस्तान की एंटी टेरर कोर्ट में ये मामला काफी लंबे अर्से से चल रहा है लेकिन गुनाहगारों को अभी तक सजा नहीं सुनाई गई है. गुरुवार को एक बार फिर से सुनवाई को टाल दिया गया.
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2018 को मुंबई के ताज होटल में हमला हुआ था जिसमें 9 आंतकवादियों को ढेर कर दिया गया था और 1 जिंदा आतंकी मोहम्मद अजमल कसाब को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में कसाब ने पाकिस्तान की पोल खोल दी थी. जिसे साल 2012 में फांसी दे दी गई थी. इसी मामले में भारत ने पाकिस्तान को कई सबूत भी पेश किए लेकिन पाकिस्तान ने मामले पर कोई भी सुनवाई नहीं की है.
डरे हुए हैं गवाह- इस्लामाबाद कोर्ट
इस्लामाबाद कोर्ट की जस्टिस आमिर फारूक और जस्टिस मोहसिन अख्तर कियानी पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि पिछले लंबे समय से इस केस में कोई प्रोगरेस देखने को नहीं मिली है. कोर्ट में पेश किए जाने वाले 26 गवाहों का अता-पता नहीं चल पाया है. पाकिस्तान अखबार के हवाले से कहा गया है कि इस केस में गवाह काफी डरे हुए लगते हैं इसीलिए कोई भी अपना बयान दर्ज कराने को तैयार नहीं है. कोर्ट ने कहा कि जब तक ये सभी गवाह बयान देने के लिए कोर्ट में पेश नहीं होते हैं तबतक मामले की सुनवाई को आगे बढ़ने नहीं दिया जा सकता है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान से समुद्री रास्ते से लैश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में दाखिल हुए थे और ताज होटल समेत रेलवे स्टेशन और कई इलाकों पर हमला किया था. इस हमले में करीब 166 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.