चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल खत्म हो चुका है और भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। लेकिन इस जीत के बाद पाकिस्तान में एक नया विवाद छिड़ गया है। दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के किसी भी अधिकारी ने फाइनल के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी में हिस्सा नहीं लिया। इस मामले पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम और शोएब अख्तर ने सवाल उठाए हैं।
क्या हुआ फाइनल में?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच दुबई में खेला गया। भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को हराकर खिताब जीत लिया। यह जीत भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास रही। लेकिन जीत के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी में पीसीबी के किसी भी अधिकारी का नहीं दिखना विवाद का कारण बन गया।
वसीम अकरम ने क्या कहा?
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “चैंपियंस ट्रॉफी के मेजबान के तौर पर पीसीबी का कोई प्रतिनिधि स्टेज पर होना चाहिए था। चेयरमैन मोहसिन नकवी की तबीयत ठीक नहीं थी, लेकिन पीसीबी की तरफ से किसी और को भेजा जा सकता था। सुमैर अहमद और उस्मान वहां मौजूद थे, लेकिन वे स्टेज पर क्यों नहीं दिखे? क्या उन्हें स्टेज पर नहीं बुलाया गया?”
अकरम ने यह भी कहा कि पीसीबी को इस मामले में और पेशेवर तरीके से काम करना चाहिए था।
शोएब अख्तर ने भी उठाए सवाल
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भी इस मामले पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली है, लेकिन मैंने एक अजीब चीज देखी। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का होस्ट था, लेकिन उसका कोई भी प्रतिनिधि स्टेज पर नहीं दिखा। यह वर्ल्ड स्टेज है, और पीसीबी को यहां मौजूद होना चाहिए था।”
क्यों नहीं दिखे पीसीबी के अधिकारी?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर हुआ था। इस वजह से एक सेमीफाइनल पाकिस्तान में खेला गया, जबकि भारत का सेमीफाइनल और फाइनल दुबई में आयोजित हुआ। फाइनल के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी में पीसीबी के किसी भी अधिकारी का नहीं दिखना विवाद का कारण बन गया।
अभी तक पीसीबी या आईसीसी की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने इस मामले को लेकर सवाल उठाए हैं।
पाकिस्तान का प्रदर्शन कैसा रहा?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। टीम एक भी मैच नहीं जीत सकी और ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई। इसके बाद पीसीबी के अधिकारियों का फाइनल में नहीं दिखना और भी बड़ा विवाद बन गया।