नई दिल्ली: टीवी चैनल ने अपने लोकप्रिय टॉक शो की मेजबानी करने से रोक दिया. उन्होंने एक साथी पत्रकार पर हमले के मद्देनजर देश के शक्तिशाली ‘प्रतिष्ठान’ की आलोचना की थी. मीर ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में पत्रकार असद तूर पर तीन ‘अज्ञात’ व्यक्तियों के हमले के खिलाफ पत्रकारों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में एक उग्र भाषण दिया था. उन्होंने हमले में जवाबदेही तय करने की मांग की थी.
मीर ‘जिओ टीवी’ पर प्राइम टाइम ‘कैपिटल टॉक’ शो की मेजबानी करते हैं. मीर को टीवी नेटवर्क द्वारा छुट्टी पर भेज दिया गया जिसका दावा है कि वह अभी समाचार चैनल का हिस्सा हैं.पत्रकार ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि यह उनके लिए नया नहीं है क्योंकि उन्होंने ‘‘परिणामों’’ के बावजूद लड़ने की कसम खाई है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरे लिए कुछ भी नया नहीं है. मुझे पहले भी दो बार प्रतिबंधित किया गया था. दो बार नौकरी खोई. मैं संविधान में दिए गए अधिकारों के लिए आवाज उठाना बंद नहीं कर सकता. इस बार मैं किसी भी परिणाम के लिए तैयार हूं और किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हूं. क्योंकि वे मेरे परिवार को धमकी दे रहे हैं.’’
इस संबंध में सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन पत्रकार संगठनों और अन्य लोगों ने इस कदम की आलोचना की है. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी इस कदम की निंदा की है.