लाहौर। कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर पहले भी विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान दिया है और वो भी पाकिस्तान जाकर। मणिशंकर अय्यर ने लाहौर के अल-हमला में फैज महोत्सव में ‘हिज्र की राख, विसाल के फूल’ कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तानियों को भारत की सबसे बड़ी संपत्ति बताया और मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान में अपने आतिथ्य की भी खूब सराहना की।
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में बतौर राजनयिक अपने पलों को आम लोगों से साझा करते हुए ये बातें कहीं। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि उन्हें कभी भी किसी ऐसे देश जाने का मौका नहीं मिला, जहां खुली बाहों और गर्मजोशी से इतना स्वागत हुआ हो। अय्यर ने कहा कि उनके अनुभव के मुताबिक पाकिस्तान के लोग अगर दोस्त हैं, तो बहुत ज्यादा दोस्ती और अगर दुश्मनी करते हैं, बहुत ज्यादा दुश्मनी करते हैं।
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने इस कार्यक्रम में मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोगों से ये कहना चाहते हैं कि मोदी को कभी भी एक-तिहाई से ज्यादा वो नहीं मिले, लेकिन भारत की प्रणाली ऐसी है कि इतने वोट से ही उनके पास संसद में दो-तिहाई सीटें हैं। अखबार डॉन के मुताबिक मणिशंकर अय्यर ने इसके बाद कहा कि इसलिए दो-तिहाई भारतीय पाकिस्तानियों की तरफ आने को तैयार हैं।
अय्यर ने भारत को अपने बयान से नीचा भी दिखाया। उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत न करने को भी मोदी सरकार की सबसे बड़ी गलती कहा और बोले कि हमारे पास आपके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने का साहस है, लेकिन मेज पर बैठकर बात करने का साहस नहीं है। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के नागरिकों को बातचीत करते रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीजा न मिलने से दोनों देशों के लोग आ और जा नहीं सकते।
मणिशंकर अय्यर इससे पहले भी पाकिस्तान में 2 बार विवादित बयान दे चुके हैं। साल 2018 में उन्होंने पाकिस्तान जाकर कहा था कि हिंदुस्तान का बंटवारा मुस्लिमों का बंटवारा था। उन्होंने कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान में दुश्मनी जारी रही, तो हिंदुस्तान के लोगों के दिमाग में मुस्लिमों और पाकिस्तानियों के बारे में ऐसा आएगा कि वे कहेंगे कि तुम पाकिस्तान चले जाओ। वहीं, 2015 में मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के टीवी चैनल से कहा था कि भारत से रिश्ते तभी सुधर सकते हैं, जब नरेंद्र मोदी को पीएम पद से हटाया जाए। अय्यर के बयानों से पहले भी सियासत में हंगामा मच चुका है और इस बार भी ऐसा ही होने के आसार हैं।