सिंध: असुरक्षित सेक्स और खून के संक्रमण से फैलने वाली घातक बीमारी के प्रकोप से पाकिस्तान का सिंध प्रांत ग्रस्त है। यहां के लरकाना के राटोडेरो में एचआईवी पीड़ित की संख्या धीरे-धीरे विकराल रूप लेती जा रही है और पिछले 13 दिन में इस जानलेवा वायरस से पीड़ितों की संख्या बढ़ कर 331 हो गई है। खास बात यह है कि जिनमें एचआईवी पाजिटिव पाया जा रहा है उसमें अधिकांश संख्या बच्चों की है। राटोडेरो तालुका अस्पताल में एचआईवी जांच के लिए शुक्रवार को शिविर लगाया गया था जिसमें आसपास के गांव के लोग इस जांच के लिए आये थे।
शिविर में 1118 लोगों की एचआईवी जांच की गई और इसमें से 56 इसके संदिग्ध पाये गए। इस प्रकार मात्र 13 दिन में इस जानलेवा वायरस के पीड़ित की संख्या में 331 का इजाफा हो गया। दस मई की जांच में 56 एचआईवी संदिग्धों में 39 बच्चे और 17 व्यस्क हैं। खबरों के अनुसार तायब गांव में 198 लोगों की जांच की गई। इसमें 63 पुरुष, 47 महिलाएं और 88 बच्चे थे। इसमें एक छह वर्ष का बच्चा एचआईवी पाजिटिव पाया गया। सुभानी शार गांव में 250 की जांच हुई और छह एचआईवी संक्रमण से पीड़ित पाए गए।
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प्रांतीय स्वास्थ्य सचिव सईद अहमद अवान ने कहा कि उनके शिविर में दौरे के दौरान 3000 लोगों की जांच की गई और 226 इससे ग्रसित पाए। इनकी जब दुबारा जांच की गई तो 113 में एचआईवी की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि 88 एचआईवी पीड़ित बच्चों का उपचार हो रहा है। इस बीच हैदराबाद के स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशालय की आठ मई की रिपोर्ट के अनुसार राटोडेरा में 221 एचआईवी पाजिटिव मामले पाये गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार 25 अप्रैल से आठ मई के बीच 5224 लोगों की जांच की गई।