मुंबई, राजसत्ता एक्सप्रेस। पालघर में साधुओं के मॉब लिचिंग मामले पर सियासत गर्म है। साधुओं की निर्मम हत्या को लेकर संत समाज भड़का हुआ है और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए महाराष्ट्र की उद्धव सरकार का घेराव किया है। वहीं, इस मामले में गृहमंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट तलब की है। जानकारी के मुताबिक, घटना को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की है। ठाकरे ने बताया कि घटना के बारे में अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मामले में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई है।
दो पुलिसकर्मी निलंबित, 100 से ज्यादा गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि जांच के लिए डीजी सीआइडी क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा पांच मुख्य आरोपियों समेत 100 से ज्यादा लोगों के अबतक गिरफ्तारी हो चुकी है। महाराष्ट्र के सीएम का कहना है कि ये घटना सांप्रदायिक नहीं है।
पिता के बचाव में उतरे आदित्य ठाकरे
इस बीच उद्धव ठाकरे के बचाव में उनके बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि हमने मामले में कड़ी कार्रवाई की है। इस तरह के अपराधों को महाराष्ट्र सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। पालघर मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पालघर मामले में सीएम ने भी अपना बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी राजनीतिक पार्टियों को ये बताना चाहता हूं कि साधुओं पर हमला करने वालों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है और इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
नहीं तो…महाराष्ट्र कूच करेगी नागा साधुओं की फौज
इस बीच साधुओं की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्य्क्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने साधुओं की हत्या को दर्दनाक बताते हुए कहा कि ये काम कोई मनुष्य नहीं कर सकता है, ऐसा केवल राक्षस कर सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में रावण राज चल रहा है। साथ ही, कहा कि अगर जिम्मेदार लोगों पर एक्शन नहीं लिया जाता है, तो लॉकडाउन के बाद नागा साधुओं की फौज महाराष्ट्र कूच करेगी।
चोरी के शक में दो साधुओं समेत 3 की हत्या
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर इलाके के गड़चिनचले गांव में 16 अप्रैल की रात को चोरी के शक में दो साधुओं समेत तीन लोगों को पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। ये सभी एक संत के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। इस मामले में पालघर के एसपी गौरव सिंह ने कासा ने पुलिस स्टेशन के दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। जबकि 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इनमें 9 नाबालिग भी शामिल हैं, जिन्हें किशोर आश्रय गृह में भेज दिया गया है।