आज हम बात करेंगे बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर परेश रावल की, जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से खुद को साबित किया है। परेश ने न केवल भारतीय सिनेमा में अपनी पहचान बनाई, बल्कि आज वो एक नेशनल अवॉर्ड विनर भी हैं। उन्होंने 240 से अधिक फिल्मों में काम किया है और 2014 में भारत सरकार से पद्म श्री का सम्मान भी प्राप्त किया।
बैंक की नौकरी छोड़ने का फैसला
परेश रावल का जन्म 30 मई, 1955 को मुंबई में हुआ था। उनके परिवार में पॉकेट मनी का कोई कॉन्सेप्ट नहीं था, जिसके चलते उन्होंने जल्दी से नौकरी करने की सोची। उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा में नौकरी शुरू की, लेकिन सिर्फ तीन दिन बाद ही इसे छोड़ दिया। उन्हें एहसास हुआ कि यह नौकरी उनके लिए सही नहीं है।
गर्लफ्रेंड से लीजिए पैसे
नौकरी छोड़ने के बाद परेश को गुजारा करने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड, स्वरूप संपत से पैसे उधार लेने पड़े। हालांकि, उन्होंने 1987 में स्वरूप से शादी कर ली और उनके दो बेटे, आदित्य और अनिरुद्ध हैं। परेश ने हमेशा अपनी मेहनत और संघर्ष से आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
फिल्मी करियर की शुरुआत
परेश ने 1982 में गुजराती फिल्म “नसीब नी बलिहारी” से अपने करियर की शुरुआत की। उनकी पहली हिंदी फिल्म “होली” थी, लेकिन असली पहचान उन्हें संजय दत्त की फिल्म “नाम” से मिली। इस फिल्म में उन्होंने विलेन का किरदार निभाया और दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। इसके बाद उन्होंने “डकैत”, “कब्ज़ा”, “दामिनी” जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया।
कॉमिक रोल में भी खास पहचान
परेश रावल ने 2000 में प्रियदर्शन की फिल्म “हेरा फेरी” में बाबूराव का रोल निभाकर कॉमिक भूमिकाओं में भी खुद को साबित किया। इस किरदार के लिए उन्हें काफी सराहना मिली। उन्होंने “ओएमजी: ओह माय गॉड” और “टेबल नंबर 21” जैसी फिल्मों में भी अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया।
आज की स्थिति
परेश रावल आज एक सफल अभिनेता हैं और एक फिल्म के लिए करीब 5 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग 93 करोड़ रुपये है। वह सिर्फ फिल्मों से ही नहीं, बल्कि विज्ञापनों और मॉडलिंग से भी कमाई करते हैं।
परेश रावल की कहानी यह दर्शाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि मेहनत और समर्पण हो, तो सफलता अवश्य मिलती है।