पेरिस में खेले जा रहे ओलंपिक में अब 10 दिन पूरे हो गए हैं। यानी अब यहां से केवल करीब 5 दिन और बचे हैं, जब मेडल और बढ़ाए जा सकते हैं। 11 अगस्त को इसका समापन होगा, इस दिन भी कुछ खेल होंगे। इस बीच अगर दस दिन में मेडल टैली की बात करें तो चीन ने अपना दबदबा बना रखा है। हालांकि चीन की लीड बहुत बड़ी तो नहीं है, इसलिए कभी भी कोई दूसरी टीम भी टॉपर बन सकती है। इस बीच भारत ने अब तक तीन मेडल जीते हैं और आने वाले दिनों में कुछ और मेडल आने की संभावना है।
मेडल टैली में इस वक्त चीन पहले नंबर पर, यूएस का दूसरा स्थान
पेरिस ओलंपिक की मेडल टैली की बात करें तो चीन सबसे आगे निकल चुका है। चीन के पास कुल 53 मेडल आ चुके हैं, जिसमें 21 गोल्ड, 18 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। वहीं यूएसए के पास मेडल की संख्या तो काफी है, लेकिन गोल्ड कम हैं। यूएसए ने अब तक 20 गोल्ड, 30 सिल्वर और 28 ब्रॉन्ज समेत 78 मेडल अपने नाम करने में कामयाबी हासिल कर ली है। ऑस्ट्रेलिया अब थोड़ा पिछड़ता हुआ सा नजर आ रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने 13 गोल्ड, 11 सिल्वर और 8 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। यानी उसके पास कुछ मेडल 32 हो गए हैं।
भारत के पास तीन मेडल, टैली में 60वें स्थान पर
अब बात अगर भारत की करें तो भारत ने तीन मेडल जीते हैं और ये तीनों ही ब्रॉन्ज हैं। इस वक्त भारत मेडल टैली में 60वें स्थान पर है। लेकिन भारत के खिलाड़ी अभी कुछ और मुकाबलों में क्वालीफाई कर गए हैं। इससे मेडल की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है। भारत के अब तक चार एथलीट ऐसे रहे हैं, जो मेडल जीतने से बाल बाल चूक गए हैं। उन्हें चौथे नंबर पर फिनिश करना पड़ा। इससे साफ है कि अगर ये मेडल भी आ जाते तो मेडल की संख्या कुछ और आगे जा सकती थी। अब भारत का पहला लक्ष्य यही होगा कि पिछले ओलंपिक में जो 7 मेडल जीते थे, उसकी बराबरी की जाए और मौका लगे तो उसे पीछे भी किया जाए।
भारत को अब नीरज चोपड़ा और भारतीय हॉकी टीम से उम्मीदें
अब भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें हॉकी और नीरज चोपड़ा से हैं। भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में जा चुकी है। अगर एक और मैच जर्मनी से जीत लिया गया तो फिर ये तय हो जाएगा कि गोल्ड और सिल्वर में एक मेडल आएगा। नीरज चोपड़ा भारत के गोल्ड जीतने के सबसे बड़े दावेदार हैं। उनके साथ ही किशोर जीना भी जैवलिन थ्रो में हिस्सा ले रहे हैं। इससे अगर ये दोनों फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं तो फिर मेडल की उम्मीदें कुछ और बढ़ जाएंगी। देखना होगा कि आने वाले दिनो में भारत के कितने खिलाड़ी मेडल लाने में कामयाब होते हैं, साथ ही 11 तारीख तक कुल कितने मेडल आते हैं और आखिर में भारत की स्थिति क्या बनती है