केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Union Minister Kiren Rijiju) ने बुधवार को ऐलान किया है कि संसद का मानसून सेशन 21 जुलाई को शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा। इन 23 दिनों में पाकिस्तान,ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और कई विधेयकों पर चर्चा होने की संभावना है। तीन महीने से अधिक ब्रेक के बाद संसद के दोनों सदन की कार्यवाही 21 जुलाई को सुबह 11 बजे से शुरू होगी।
मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी। हर सत्र खास होता है और हम ऑपरेशन सिंदूर सहित सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। सरकार चाहती है कि सभी को साथ लिया जाए। हमने विपक्ष से संपर्क किया है और उम्मीद है कि हर कोई एकजुट रुख अपनाएगा। नियमों के तहत, सभी मुद्दों पर मानसून सत्र के दौरान चर्चा होगी।”
मानसून सत्र में पाकिस्तान पर चर्चा संभव
जानकारी के अनुसार, मानसून सत्र में पाकिस्तान पर चर्चा होने की संभावना है। इस बार मानसून सत्र में पाकिस्तान को लेकर विपक्ष भी सरकार से कई सवाल पूछने की तैयारी में है। इसके साथ ही सदन में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी सवाल पूछे जाने का अनुमान है। इसके साथ ही 23 दिनों तक चलने वाले मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session 2025) में प्रमुख विधेयकों की शुरुआत, उन पर चर्चा, राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और ऑपरेशन सिंदूर जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। मानसून सत्र को लेकर सरकार और विपक्ष ने तैयारियां शुरू कर दी है।
ऑपरेशन सिंदूर पर नहीं होगा विशेष सत्र
बता दें कि, एक ओर विपक्ष लगातार सरकार से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विशेष सत्र (Monsoon Session of the Parliament) बुलाने की मांग कर रही था। ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से किए जा रहे दावों को लेकर 16 दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पत्र लिखकर ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। वहीं, दूसरी ओर सरकार ने अब मानसून सत्र की तारीख का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब यह स्पष्ट हो गया है कि विपक्ष की लगातार मांग के बावजूद भी ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र नहीं होगा।