भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और तेल एवं गैस क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए लोकसभा ने तेलक्षेत्र (विनियमन और विकास) संशोधन विधेयक, 2024 को पास कर दिया है। बुधवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह विधेयक सदन में पेश किया। उन्होंने इसे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन बताया।
क्यों जरूरी था यह विधेयक?
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश में कच्चे तेल की मांग लगातार बढ़ रही है और ऐसे में तेल और गैस क्षेत्र को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का विकास भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अहम है और यह ऊर्जा संसाधनों के सही दोहन में मदद करेगा।
इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्रों के प्रबंधन, उत्पादन और वितरण को अधिक पारदर्शी बनाना है। सरकार ने दावा किया कि इस संशोधन से ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी।
सरकार ने बताया ऐतिहासिक कदम
सरकार ने इस विधेयक को भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव बताया है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि यह कानून ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि इससे भारत में तेल और गैस के भंडारों के दोहन की प्रक्रिया तेज होगी और विदेशी कंपनियों के लिए भी निवेश के नए अवसर खुलेंगे। सरकार का मानना है कि यह विधेयक तेल और गैस सेक्टर में नीतिगत स्थिरता लाने वाला एक मील का पत्थर साबित होगा।
बहुमत से पास हुआ बिल, विपक्ष ने जताई आपत्ति
हालांकि, इस विधेयक को लेकर विपक्ष ने कुछ प्रावधानों पर सवाल उठाए। विपक्षी दलों ने तेल क्षेत्र में पारदर्शिता और पर्यावरणीय चिंताओं पर अधिक ध्यान देने की मांग की। विपक्ष ने कहा कि सरकार को इस विधेयक में पर्यावरणीय सुरक्षा को लेकर और कड़े प्रावधान जोड़ने चाहिए थे।
हालांकि, बहस के बाद लोकसभा में इसे बहुमत से पारित कर दिया गया। अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहां इस पर और चर्चा होगी। यह संशोधन भारत के तेल और गैस क्षेत्र में बड़े सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
‘निवेशकों का भरोसा बढ़ाएगा यह विधेयक’
बीजेपी सांसद दिलीप सैकिया ने इस विधेयक को तेल और गैस क्षेत्र के लिए स्थिरता लाने वाला कानून बताया। उन्होंने कहा कि इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और नई कंपनियां इस क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आएंगी।
सांसद ने कहा कि इस विधेयक के जरिए तेल और गैस क्षेत्र में नीति स्थिरता को मजबूत किया गया है, जिससे निवेश का माहौल पहले से बेहतर होगा। उन्होंने इसे भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने वाला कदम करार दिया।
तेल और गैस क्षेत्र में सुधार क्यों जरूरी?
- भारत में कच्चे तेल की मांग हर साल बढ़ रही है।
- देश अपनी ऊर्जा जरूरतों का बड़ा हिस्सा आयातित तेल से पूरा करता है।
- अगर भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना है, तो तेल और गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाना जरूरी है।
- पारदर्शिता और नियमन से घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी।