देश की संसद में बुधवार को उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया, जब दर्शक दीर्घा से दो लड़के लोकसभा में कूद गए और स्मॉग कलर छोड़ दिए। इसके बाद वहां अफरा तफरी मच गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और संसद में सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले 6 में से 4 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने उनके 5वें सहयोगी को भी गिरफ्तार कर लिया, लेकिन छठा आरोपी जो इस पूरी घटना का मास्टर माइंड बताया जा रहा है वह अब भी फरार है। अब पुलिस ने उसे लेकर कई अहम खुलासे किए है। वहीं, उसका बंगाल से भी कनेक्शन बताया जा रहा है। बता दें कि सभी आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है।
संसद में सेंध के मुद्दे पर पुलिस नेगहनता से जांच शुरु कर दी है। पुलिस सत्रों ने गुरुवार को बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता छठा/कोई अन्य व्यक्ति हो सकता है। यह जानकारी प्रारंभिक जांच के बाद सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने सुरक्षा में सेंध लगाने से पहले ही संसद के बाहर रेकी कर ली थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। सूत्रों ने बताया कि सभी व्यक्तियों ने लगभग डेढ़ साल पहले मैसूर में मिलकर मिले थे।
उन्होंने जुलाई में लखनऊ से सागर आने का दावा किया, लेकिन उन्हें संसद भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। 10 दिसंबर को, वे एक-एक करके अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। इन्होंने इंडिया गेट के पास एकत्र होकर, जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए।
संसद में हुए इस उत्पात का मास्टरमाइंड और छठा आरोपी ललित झा फिलहाल फरार हैं। उसकी लोकेशन पहले राजस्थान के नीमराना में पाई गई थी, लेकिन जब स्पेशल सेल की टीम नीमराना के गंडाला गांव पहुंची, तो ललित वहां से फिर फरार हो गए हैं।
उसने खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप स्थापित किया है। सूत्रों के मुताबिक उसे कई सामाजिक समारोहों के दौरान कोलकाता में भी देखा गया है। सूत्रों के मुताबिक ललित बंगाले के पुरुलिया और झाड़ग्राम जिलों में एीक बड़ा नेटवर्क बना रखा है, और उन्हें कई एनजीओ से जोड़ा भी है।