राज्यसभा में पेश हुआ महिला आरक्षण बिल, नड्डा बोले- अध्यात्म से अध्यापन तक महिलाओं का विशेष स्थान

संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया। इस बिल को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम दिया गया है। लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल पास गया है। महिला सशक्तिकरण और समाज में महिलाओं को बराबरी का हक दिलाने में इस आरक्षण की बड़ी भूमिका होगी। गुरुवार को राज्यसभा में बिल को पेश किया गया। आज राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा की जा रही है। कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल के पक्ष में वोट करने वाले सभी सांसदों को धन्यवाद किया।

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में पारित होने के बाद गुरुवार को राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सदन में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करना बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि कौन सी सीट महिलाओं को दी जाएगी, ये आयोग फैसला करेगा।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा अध्यात्म से अध्यापन तक नारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारतीय संस्कृति में नारी को देवी का स्थान दिया गया। हमारी संस्कृति में नारी को महत्व दिया गया- सीताराम, राधेश्याम। वैदिक काल से लेकर रानी जीजा बाई, अहिल्याबाई होल्कर समेत तमाम महिलाओं की चर्चा की जिन्होंने शासन-सत्ता की बागडोर संभाली। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी महिलाओं की शताब्दी है। हर क्षेत्र में भारत की महिलाएं अपने आपको लीडिंग रोल में लेकर आई हैं।

लोकसभा में प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि मैं आज आपके माध्यम से इस बहुत महत्वपूर्ण निर्णय में विश्वास पैदा करने के लिए धन्यवाद करता हूं। देश को नई ऊंचाइयों में ले जाने वाली शक्ति के रूप में उभरेगा। पीएम मोदी ने कहा कि इस पवित्र काम को करने के लिए आप सब ने सार्थक योगदान दिया है। आदरपूर्वक अभिनंदन करने के लिए खड़ा हुआ हूं।

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