नई दिल्ली। पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान योगगुरु रामदेव और आचार्य बालकृष्ण कोर्ट में उपस्थित रहे हालांकि उन्हें आज भी राहत नहीं मिली। रामदेव ने कहा कि हम सार्वजनिक माफी मांगने के लिए तैयार हैं। कोर्ट ने 23 अप्रैल को फिर से पेश होने का आदेश दिया है। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानुल्लाह की बेंच ने सुनवाई के दौरान बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से कहा कि आपकी बहुत गरिमा है, आपने योग के क्षेत्र में काफी कुछ किया है। लेकिन जो कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है, क्या उसके लिए आपको माफी दें। आपने क्या सोचा कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और एडवरटाइजमेंट करेंगे? आप जिस आयुर्वेद का प्रचार कर रहे हैं, वह हमारी संस्कृति में बहुत पुरानी है।
#WATCH | Yog guru Baba Ramdev and Patanjali Ayurved's Managing Director Acharya Balkrishna arrive at the Supreme Court to attend the hearing relating to misleading advertisements by Patanjali Ayurved. pic.twitter.com/nol8dQhVvB
— ANI (@ANI) April 16, 2024
कोर्ट ने कहा कि हम जानते हैं आपने जो शुरू किया वो व्यापार है लेकिन अपनी चीज को अच्छा बताने के लिए एलोपैथी को खारिज करना उचित नहीं है। इस पर रामदेव की ओर से कहा गया कि उसके लिए हम पहले भी दो बार बिना शर्त माफी मांग चुके हैं और सार्वजनिक माफी मांगने के लिए तैयार हैं। आगे से इसके प्रति मैं जागरुक रहूंगा। काम के अति उत्साह में ऐसा हो गया। इस पर कोर्ट ने कहा आप इतने मासूम नहीं हैं। इसके बाद अदालत ने रामदेव को एक हफ्ते का वक्त देते हुए 23 अप्रैल को बालकृष्ण के साथ फिर से पेश होने को बोला। आपको बता दें कि 10 अप्रैल को पिछली सुनवाई में रामदेव और बालकृष्ण को कोर्ट में कड़ी फटकार लगाते हुए उनका माफीनामा खारिज कर दिया था।