भारत में आतंकवाद फैलाने और नफरत भरे भाषण देने के लिए कुख्यात मौलाना जाकिर नाईक की बांग्लादेश में वापसी की खबर आ रही है। जाकिर नाईक, जो पिछले सात वर्षों से भारतीय एजेंसियों से भागते फिर रहे हैं, अब बांग्लादेश में अपनी गतिविधियों को फिर से सक्रिय करने की योजना बना रहे हैं। बांग्लादेश में हाल ही में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट और नई अंतरिम सरकार के सत्ता संभालने के बाद कट्टरपंथ की वापसी हो रही है, जिससे जाकिर नाईक की गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की आशंका है।
सूत्रों के अनुसार, जाकिर नाईक का पीस टीवी, जो बांग्लादेश में 2016 में ढाका के होली आर्टिसन बेकरी पर हुए आतंकवादी हमले के बाद बंद कर दिया गया था, फिर से प्रसारित होने की संभावना है। उस हमले में शामिल एक आरोपी ने जाकिर नाईक के उपदेशों से प्रेरित होने की बात की थी, जिसके बाद पीस टीवी के प्रसारण को दोनों देशों में रोक दिया गया था। अब जाकिर नाईक ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से मंजूरी मिलते ही पीस टीवी का प्रसारण फिर से शुरू हो जाएगा।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और उनके घर जलाने की घटनाओं के बीच, जाकिर नाईक की वापसी हिंदू समुदाय के लिए और भी अधिक मुश्किलें पैदा कर सकती है। जाकिर नाईक पर ढाका में एक बेकरी पर हमले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी हैं। इस बीच, जाकिर नाईक का बांग्लादेश में अपने प्रसारण की योजना बनाना, वहां की वर्तमान स्थिति को और भी जटिल बना सकता है।