winter session of parliament 2022: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार यानी 22 दिसंबर को बिहार पर दिए गए अमर्यादित बयान को वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद प्रदेश या इसके लोगों का अपमान करने का नहीं था। वाणिज्य और उद्योग मंत्री और सदन के नेता गोयल ने कहा कि अगर टिप्पणी से कोई आहत हुआ है तो वह तुरंत बयान वापस लेते हैं।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में मैं साफ कर दूं कि बिहार या बिहार के नागरिकों का अपमान करने का बिल्कुल कोई इरादा नहीं है और अगर इससे किसी को दुख हुआ है, तो मैं तत्काल उस बयान को वापस ले लेता हूं। यह किसी के साथ किसी दुर्भावना से नहीं किया गया था।
गौरतलब है कि वृहस्पतिवार को राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने पर सदन से राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा जिन्होंने बुधवार को स्पीकर जगदीप धनखड़ को चिट्ठी लिखकर भारतीय जनता पार्टी के नेता से क्षमा याचना की मांग थी। मनोज झा ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री गोयल ने बयान दिया कि, ‘इनका बस चले तो देश को बिहार ही बना दे’। झा ने कहा कि गोयल की यह टिप्पणी बिहार के लोगों का अपमान है। उन्हें सभी लोगों से क्षमा मांगना चाहिए।
Delhi | RJD-JD(U) MPs protest in front of Gandhi statue in Parliament over a remark made by Leader of House in Rajya Sabha and Union Minister Piyush Goyal on Bihar; the MPs also demand his apology over the same. pic.twitter.com/qSnDWYpOTU
— ANI (@ANI) December 22, 2022
झा ने पत्र में लिखा कि किसी को विश्वास नहीं होगा कि राज्यसभा के सदस्य जैसा व्यक्ति देश के महानतम राज्यों में से एक के बारे में ऐसी मानसिकता रखता है। गोयल की यह टिप्पणी बिहार के प्रति केंद्र के अपमानजनक दृष्टिकोण को दर्शाती है।