दोस्तों, कभी-कभी राजनीति और कूटनीति में ऐसे मौके आते हैं जब प्रोटोकॉल को तोड़कर भी दोस्ती का इजहार किया जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ जब कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी भारत की धरती पर उतरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल को ताक पर रखकर उन्हें गले लगाया और अपना भाई बताया। ये नजारा था दिल्ली एयरपोर्ट का, जहां पीएम मोदी खुद अमीर का स्वागत करने पहुंचे थे।
कतर के अमीर की यह यात्रा सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि भारत और कतर के बीच मजबूत होते संबंधों की एक नई इबारत लिखने वाली साबित हुई। दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते हुए, जो भविष्य में दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
क्या हुआ इस दौरे में?
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दो दिन की राजकीय यात्रा पर भारत आए थे। उनकी यात्रा की शुरुआत ही ऐतिहासिक रही, जब पीएम मोदी ने उन्हें एयरपोर्ट पर गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ वन-टू-वन मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की।
इसके अलावा, कतर के अमीर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और शाम को उनके सम्मान में एक डिनर का आयोजन भी किया गया।
भारत और कतर के बीच हुए ये बड़े समझौते
इस दौरे के दौरान भारत और कतर ने कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें सबसे बड़ा समझौता कतर का भारत में 10 बिलियन डॉलर (करीब 87 हजार करोड़ रुपए) के निवेश का है। यह निवेश इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा।
इसके अलावा, दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, कतर नेशनल बैंक (QNB) भारत में अपना कार्यालय खोलेगा और भारत के UPI सिस्टम को कतर में लागू किया जाएगा।
ऊर्जा साझेदारी को मिली नई ऊंचाई
कतर भारत की ऊर्जा सुरक्षा का एक अहम भागीदार है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत ने कतर से 10.74 मिलियन मीट्रिक टन LNG (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) आयात किया, जो भारत के कुल LNG आयात का 48% है। इसके अलावा, कतर भारत का सबसे बड़ा LPG सप्लायर भी है।
कतर की आबादी महज 29 लाख है, लेकिन इसमें से 8 लाख 35 हजार भारतीय हैं। ये भारतीय कतर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही, ये प्रवासी भारतीय हर साल 3500 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई भारत भेजते हैं।
भारत और कतर का व्यापारिक रिश्ता
भारत और कतर के बीच व्यापारिक संबंध भी काफी मजबूत हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 में दोनों देशों के बीच व्यापार 10.95 बिलियन डॉलर का था, जो अब बढ़कर 14 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। इस दौरे के बाद इसमें और वृद्धि होने की उम्मीद है।
भारत कतर को चावल, गेहूं, फल, डेयरी उत्पाद और IT सेवाएं निर्यात करता है। कतर के कंस्ट्रक्शन, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में भारतीयों की बड़ी भूमिका है।
क्या आयात करता है भारत?
भारत कतर से LNG, LPG, एथिलीन, प्रोपलीन, अमोनिया और यूरिया जैसे उत्पाद आयात करता है। कतर भारत का सबसे बड़ा LNG सप्लायर है।