प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के कच्छ में बीएसएफ (BSF) जवानों के साथ दिवाली मनाई। इस खास मौके पर उन्होंने अपने हाथों से जवानों को मिठाई खिलाई और सर क्रीक इलाके का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने जवानों की सराहना की, जो देश की सुरक्षा में लगातार लगे हुए हैं। यह कोई पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं।
जवानों के साथ मनाई गई दिवाली के इतिहास में
पिछले साल पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लेपचा में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी, जबकि 2022 में उन्होंने कारगिल में सैनिकों के साथ यह त्योहार मनाया था। उस समय उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की थी। इस साल पीएम मोदी ने लगातार 11वीं बार जवानों के साथ दिवाली मनाई, जो उनकी सेना के प्रति सच्ची निष्ठा को दर्शाता है।
सर क्रीक का निरीक्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने कच्छ पहुंचने से पहले केवड़िया में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने एकता दिवस परेड में भाग लिया। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग देश की एकता को चुनौती दे रहे हैं और हमें इनसे सावधान रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत के बढ़ते सामर्थ्य से कुछ शक्तियां परेशान हैं, जो अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं।
दिवाली का जश्न: पीएम मोदी के पिछले सालों के अनुभव
पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न स्थानों पर सैनिकों के साथ दिवाली मनाई है:
- 2014: सियाचिन में
- 2015: पंजाब बॉर्डर पर
- 2016: हिमाचल प्रदेश में
- 2017: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में
- 2018: उत्तरकाशी में आइटीबीपी के साथ
- 2019: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में
- 2020: जैसलमेर में
- 2021: नौशेरा सेक्टर में
- 2022: कारगिल में
- 2023: हिमाचल प्रदेश के लेपचा में
हर साल की तरह इस बार भी पीएम मोदी ने अपने सहयोगियों और जवानों के साथ दिवाली का जश्न मनाने का एक अनूठा तरीका अपनाया, जो उनके सामूहिकता और एकता के संदेश को प्रकट करता है।