नई दिल्ली। चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा जताता है। वो इसे दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा कहता है। चीन को अब अरुणाचल प्रदेश के मसले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सीधा और करारा जवाब दिया है। असम ट्रिब्यून अखबार से इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।
अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में बने सेला टनल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये इलाका नए भारत की सबसे बड़ी सफलता की कहानी के तौर पर उभरा है। मोदी का ये बयान कांग्रेस समेत उन विपक्षी दलों को भी जवाब है, जो लगातार ये कहते हैं कि प्रधानमंत्री अब चीन को लाल आंख नहीं दिखाते।
बता दें कि सेला टनल बनने से एलएसी की दूरी 10 किलोमीटर घटी है और सभी मौसम में सेना और उसके हथियार जरूरत पड़ने पर जल्दी से जल्दी अरुणाचल प्रदेश में एलएसी तक पहुंचाए जा सकते हैं। सेला टनल से अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक हर मौसम में आने-जाने की सुविधा मिल गई है।
मोदी ने अपने इंटरव्यू में इसी सेला टनल की खासियत का भी जिक्र किया। मोदी से पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी अरुणाचल प्रदेश के मसले पर चीन को साफ संदेश दिया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।
हर बार भारत ने साफ तौर पर चीन की इस हरकत को खारिज किया है। भारत की साफ राय है कि अरुणाचल प्रदेश के इलाकों का काल्पनिक नाम रख देने से वास्तविकता नहीं बदलेगी और ये राज्य भारत का अभिन्न अंग बना रहेगा। बता दें कि चीन और भारत के बीच साल 2020 से ही तनातनी चल रही है। दोनों देशों ने एलएसी पर बड़ी तादाद में सेना भी तैनात कर रखी है।