गुरुनानक देव की 550वीं जयंती से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने सिख समुदाय को बहुत बड़ी खुशखबरी दी है. वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कैबिनेट बैठक में सरकार के लिए फैसलों से अवगत कराते हुए कहा कि,“पाकिस्तान से लगी सीमा का विकास किया जाएगा.
हम इस बारे में पड़ोसी मुल्क से आग्रह करेंगे. सुल्तानपुर लोधी, जो कि गुरुनानक देव के जन्म से जुड़ा स्थान है, उस नगर को ‘हेरिटेज टाउन’ के तौर पर विकसित किया जाएगा. वह स्मार्ट सिटी के आधार पर तैयार होगा. वहां हेरिटेज कॉम्पलेक्स भी बनेगा, जिसका नाम- पिंड बाबा नानक दा रहेगा.”
India has approached and urged the Pakistan government to recognize the sentiments of Sikh community and build a corridor with suitable facilities in their territory to facilitate easy & smooth visits of pilgrims from India to Kartarpur Sahib throughout the year. pic.twitter.com/1oq0TWx7bD
— ANI (@ANI) November 22, 2018
ये भी पढ़े: महाराष्ट्र में 30 हजार किसानों का हल्ला बोल, सीएम से मुलाकात का इंतजार
सिख समुदाय के लिए खास है करतारपुर गुरूदवारा
पाकिस्तान के शहर नरोवाल से एक घंटे की दूरी पर रावी नदी के किनारे एक छोटा सा गांव करतारपुर सिखों के लिए सबसे पवित्र जगहों में से एक है. अपनी जिंदगी के अंतिम 18 साल सिखों के पहले गुरू गुरुनानक देव जी ने यही बिताए थे. गुरू गुरुनानक देव जी अपनी आखिरी सांस जहां ली थी सिखों का पहला गुरूदवारा वहीं पर है.
भारत और पाकिस्तान का जो बंटवारा हुआ था उसमें सिख समुदाय को उम्मीद थी कि कतारपुर साहिब भारत के हिस्से आएगा. मगर जब बंटवारा हुआ, तो ये जगह पाकिस्तान में चली गई.
ये भी पढ़े: फडणवीस सरकार के खिलाफ हजारों की संख्या में किसान हुए मुंबई को रवाना
अभी क्या है स्थिती
यह श्राइन रावी नदी के करीब स्थित है और डेरा साहिब रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी चार किलोमीटर है. यह गुरुद्वारा भारत-पाकिस्तान सीमा से सिर्फ तीन किलोमीटर दूर है. श्राइन भारत की तरफ से साफ नजर आती है. भारत की तरफ बसे श्रद्धालु सीमा पर खड़े होकर एक दूरबीन के सहारेही इसका दर्शन करते हैं. बरसो से इनकीं मांग है कि करतारपुर तक जाने के लिए एक वीजा फ्री कॉरिडोर तैयार किया जाए.
ये भी पढ़े: नोटबंदी जैसे हालात का करना पड़ेगा सामने, जब देश के आधे से ज्यादा ATM हो जाएंगे बंद?
क्रेडिट लेने का दौर शुरू
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह से पंजाब सरकार में मंत्री सिद्दू के वापस आने के बाद से ही करतारपुर कॉरिडोर पर चर्चा जोरों पर थी. अब इस पर केंद्र सरकार ने फैसला लिया है. जिसके बाद से इसका पॉलिटिकल माइलेज लेने के लिए दौड़ भी शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि अकाली दल की अपील पर केंद्र सरकार ने जो फैसला लिया है, वह इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हैं.
On Shiromani Akali Dal’s persistent requests, the cabinet has given green signal to opening up of Kartarpur Sahab corridor. Eternally grateful to @narendramodi ji and the entire cabinet for taking this historic decision.
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) November 22, 2018
वहीं पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया.
I thank the Govt. of India from the core of my heart and take a bow! I request the Hon’ble PM of Pakistan @ImranKhanPTI Sahib to take reciprocal steps for opening the Kartarpur Sahib corridor and spread Baba Nanak’s message of universal brotherhood and peace across the Globe.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 22, 2018