भारत में पीएम मोदी के लिए भीड़ उमड़ती देखना आम बात है, लेकिन मॉरीशस में जो हुआ, वह वाकई खास था। मॉरीशस के पवित्र गंगा तालाब में जब पीएम मोदी पहुंचे, तो उनकी एक झलक पाने के लिए हजारों लोगों की कतारें सड़कों पर दिखीं। कोई मॉरीशस का झंडा लहराता नजर आया, तो किसी ने हाथ में भारतीय तिरंगा थाम रखा था। लोग फूलों के गुलदस्ते लेकर पीएम मोदी का स्वागत करने पहुंचे थे।
दुनियाभर में पीएम मोदी की लोकप्रियता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। वह जहां भी जाते हैं, भारतीय समुदाय उनसे मिलने और उन्हें देखने के लिए उमड़ पड़ता है। मॉरीशस में भी यही नजारा देखने को मिला। सड़क के दोनों ओर हजारों लोग खड़े थे, जो बस उनकी एक झलक पाना चाहते थे। कई लोगों ने पारंपरिक परिधान पहन रखे थे और भारतीय समुदाय ने पूरे जोश के साथ उनका स्वागत किया।
मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान पीएम मोदी को मिला
प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय मॉरीशस दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान मॉरीशस सरकार ने उन्हें “ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन (GCSK)” सम्मान से नवाजा। यह मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल ने पीएम मोदी को भेंट किया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय नेता को यह सम्मान मिला है।
पीएम मोदी ने सम्मान को भारत को किया समर्पित
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों और मॉरीशस में बसे 1.3 मिलियन भारतीय मूल के भाइयों-बहनों का सम्मान है। उन्होंने मॉरीशस में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “जब भी मैं मॉरीशस आता हूं, मुझे ऐसा लगता है कि मैं अपनों के बीच हूं।”
मॉरीशस: सिर्फ साझेदार नहीं, परिवार है
पीएम मोदी ने कहा कि मॉरीशस और भारत के बीच रिश्ते सिर्फ कूटनीतिक नहीं हैं, बल्कि यह भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव है। उन्होंने कहा, “मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश नहीं, बल्कि हमारे लिए परिवार जैसा है। यह भारत के ‘सागर विजन’ (Security and Growth for All in the Region) का महत्वपूर्ण केंद्र है। जब मॉरीशस समृद्ध होता है, तो भारत को सबसे ज्यादा खुशी होती है।”
पीएम मोदी के सम्मान से भारत-मॉरीशस संबंध और मजबूत
मॉरीशस और भारत के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा और उन्हें मिले सर्वोच्च सम्मान से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे। मॉरीशस में बसे भारतीय मूल के लोग इस यात्रा को एक ऐतिहासिक क्षण मान रहे हैं और यह दौरा दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।